यूपी के कई इलाकों में आयी हालिया अपराध की बाढ़ के बीच एडीजी पीसी मीना की बरेली जोन के अफसरों को दो टूक : अपराध और अपराधियों पर हो असरदार एक्शन ! गस्त का मतलब हो गस्त
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। हाल के दिनों में चुनावी बेला के बीच हत्या, लूट, चोरी, टप्पेबाजी के साथ ही महिला सम्बन्धी जरायम की ऐसी बाढ़ आयी कि सूबे के कई इलाके थर्रा गए। आदर्श आचार संहिता लागू होने के चलते और भी संवेदनशील होने के बजाए कई ऐसे भी पुलिसिया जिम्मेदार हैं, जो एसी से बाहर ही नहीं निकले यानी पुलिस गस्त कागजों में होने लगी। नतीजतन गुंडे मवाली सड़क पर उतर आये। जौनपुर, प्रतापगढ़, कानपुर, लखनऊ, नोयडा समेत कई जिलों में अपराधियों ने पुलिस को खूब चुनौती दी। अब आला अफसरों ने अपराध समीक्षा बैठकों का सिलसिला शुरू कर दिया है। मंगलवार को एडीजी बरेली जोन पीसी मीना ने मुरादाबाद मंडल के पाँच व बरेली परिक्षेत्र के चार जिलों की समीक्षा बैठक में जिम्मेदारों को क्राइम कण्ट्रोल के खास निर्देश दिए। गंभीर जरायम के साथ ही सभी तरह की लंबित आपराधिक घटनाओं का जल्द से जल्द निस्तारण करने के एडीजी ने सख्त निर्देश दिए हैं। गूगल मीट के जरिये वीसी करते हुए एडीजी ने कहा है कि जीरो टॉलरेंस के तहत अपराध व अपराधियों पर प्रभावी एक्शन लिया जाए। बीट सिपाही, दारोगा, थानेदार से लेकर सीओ, एडिशनल एसपी अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन करें। जिलों व रेंज के जिम्मेदार प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। एडीजी ने निर्देश दिए हैं कि यूपी 112 की गाड़ियों का मूवमेंट मुख्य चौराहों, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर प्रत्येक दशा में होना चाहिए। यूपी 112 की गाड़ियों पर तैनात पुलिसकर्मी पूरी तरह से एक्टिव मोड में रहें। मोबाइल पर खेलते नजर न आयें। आईपीएस पीसी मीना ने बैंकों में नियमित चेकिंग के निर्देश दिए। कहा कि बैंकों के इर्द गिर्द संदिग्ध लोगों, वाहनों की चेकिंग हो। एडीजी पीसी मीना ने स्पष्ट कहा है कि विवेचनाओं में लापरवाही करने वाले जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। आईजी बरेली रेंज डॉ राकेश सिंह, डीआईजी मुरादाबाद रेंज मुनिराज गोबू, एसएसपी बरेली घुले सुशील चंद्रभान, एसएसपी मुरादाबाद हेमराज मीना, एसएसपी बदायूं आलोक प्रियदर्शी, एसपी शाहजहांपुर अशोक मीना, एसपी पीलीभीत अविनाश पाण्डेय, एसपी अमरोहा कुंवर अनुपम सिंह, एसपी संभल कुलदीप गुनावत, एसपी बिजनौर नीरज जादौन तथा एसपी रामपुर राजेश द्विवेदी समेत सभी राजपत्रित अफसर एडीजी की वीसी से जुड़े। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।