संभल पहुंची राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा उमड़ा अपार जन सैलाब

सम्भल (जे आई न्यूज़) बताते चलें सदर कोतवाली क्षेत्र में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के आगमन की तैयारी के बीच स्थानीय कांग्रेसियों ने भी नहीं सोचा होगा कि जब वह यहां राहुल प्रियंका पधारेंगे तो इतनी भारी भीड़ दोनों नेताओं का जोर-शोर के साथ स्वागत करेगी, मानो ऐसा लग रहा था इस यात्रा में अपार जन सैलाब उमड़ कर संभल की सड़कों पर आ गया हो हजारों की भीड़ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एक झलक पाने के लिए कई घंटे तक उनका इंतजार करती रही और जब वह सम्भल की धरती पर पहुंचे तो समा देखते ही बनता था, लोग उनका स्वागत घोड़ो पर ऊंटों पर बैठकर कर रहे थे यह स्वागत का नया अंदाज देखते ही बनता था भीड़ का यह आलम था कि *"चौधरी सराय में पहुंचे राहुल जी की गाड़ी के आगे भीड़ को हटाते समय शहर अध्यक्ष तौकीर अहमद का पैर राहुल गांधी की गाड़ी के पहिये के नीचे आ गया तुरंत राहुल गांधी ने गाड़ी रुकवा कर सिक्योरिटी से बाहर निकलवाया बाद में अस्पताल जाकर शहर अध्यक्ष ने सरकारी अस्पताल में ट्रीटमेंट कराया"* उसके बाद राहुल गांधी ने चंदौसी चौराहे पर जब भीड़ को संबोधित करते हुए यह कहा कि उत्तर प्रदेश में जहां-जहां वह जा रहे हैं वहां का माहौल देखकर तो लग रहा है कि यूपी की जनता इस बार बदलाव करके रहेगी, कई दिन पूर्व से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मुशीर खां तरीन और अन्य कार्यकर्ता लगातार राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के आगमन की तैयारी में जुटे हुए थे, उनके रूड मार्च और संबोधन की जगह को राहुल गांधी की टीम ने चयन किया और चंदौसी चौराहे पर जब राहुल गांधी सैकड़ो गाड़ियों के काफिले के साथ अपनी बहन प्रियंका गांधी को साथ लेकर यहां पहुंचे तो उन्होंने अडानी को निशाने पर लेते हुए कहा कि हिंदुस्तान में नरेंद्र मोदी चीन का माल बिकवाने में सबसे ज्यादा रुचि लेते हैं, क्योंकि इसका फायदा अडानी को मिलता है, युवाओं को रोजगार नहीं है, उन्होंने एक युवक से मोबाइल हाथ में लेकर पूछा पूरी ईमानदारी के साथ बताना यह किस कंपनी का मोबाइल है तो उसने बताया चीनी कंपनी का है, दूसरा सवाल उन्होंने पूछा कि आप कितने घंटे इस मोबाइल को चलाते हो तो उस युवक ने कहा 12 घंटे, राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी अपना समय मोबाइल देखने में व्यतीत कर रही है जबकि होना यह चाहिए था कि नरेंद्र मोदी सरकार इनको रोजगार देती, लेकिन इस तरफ तो भाजपा सरकार ध्यान नहीं देती, बड़े-बड़े कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए नित्य नए नियम लागू करती है, उत्तर प्रदेश सरकार को घेरे में लेते हुए कहा कि पुलिस भर्ती परीक्षा में पारदर्शिता नहीं बरती गई, जिस कारण प्रश्न पत्र लीक हुआ, युवाओं के घोर विरोध के बाद मुख्यमंत्री को इस परीक्षा को निरस्त करना पड़ा, इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि युवाओं का परीक्षा की तैयारी में कितना समय बर्बाद कर दिया गया, अंत में उन्होंने लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि यूपी में वह जहां-जहां जा रहे हैं, इस बार यूपी तो कुछ और ही कह रहा है, उनका इशारा उत्तर प्रदेश में इस बार बदलाव की ओर संकेत था, इस मौके पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय शर्मा, मुशीर खां तरीन, तौकीर अहमद, अशरफ सैफी, अशरफ अंसारी, आरिफ प्रधान, ईतरत हुसैन बाबर, शिव किशोर गौतम आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।