नये डीजीपी के नये तेवर : संगठित अपराध और माफियागिरी को यूपी में अब कोई जगह नहीं ! यूपी के सिंघम डीजीपी प्रशांत कुमार बोले अराजक तत्वों का सिर्फ और सिर्फ एक ही स्थान है, सलाखों के पीछे
लखनऊ(धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। आतंक का पर्याय कई खूँखार अपराधियों को एनकाउंटर में मार गिराने वाले आईपीएस प्रशांत कुमार ने देश के सबसे बड़े पुलिस बल यानी यूपी पुलिस सुप्रीमों की कमान संभालते ही कड़े तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। नये पुलिस मुखिया ने पहली पीसी में ही गुरुवार को साफ किया कि योगी राज में अपराध व अपराधियों की कोई जगह नहीं है। पुलिस मुख्यालय सिग्नेचर बिल्डिंग में मीडिया के समक्ष अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए 1990 बैच के आईपीएस बिहार की धरती के लाल प्रशांत कुमार बोले कि राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत संगठित अपराध और माफिया गिरी को अब यूपी में कोई स्थान नहीं है। अयोध्या समारोह समेत तमाम बड़े इवेंट्स पर यूपी पुलिस की उच्च कोटि की व्यवस्था रही है। आगे भी लोस चुनाव व महाकुम्भ जैसे बड़े इवेंट्स पूरी जिम्मेदारी से सम्पन्न कराये जायेंगे। नये पुलिस प्रमुख ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था के चलते जहां अपराधों में कमी आयी है, वहीं प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। कई महत्वपूर्ण मौकों के साथ ही अभी तक यूपी में कानून व्यवस्था कहीं नहीं बिगड़ने दी गयी। यूपी पुलिस की सभी तरह की भर्तियां पूरी पारदर्शिता से हुई हैं। आगे भी इसी तरह की पारदर्शिता बरकरार रखी जाएगी। यूपी के सिंघम डीजीपी प्रशांत कुमार ने महिला सुरक्षा को लेकर कहा कि पूरी संवेदनशीलता महिला सुरक्षा को लेकर बरती जाएगी। इस दिशा में एंटी रोमियो स्क्वाड को और सक्रिय किया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से 10 लाख 49 हजार कैमरे प्रदेशभर में लगवाये गए हैं। कानून व्यवस्था और बेहतर बनाए रखने तथा क्राइम कंट्रोल के नजरिये से यूपी 112 के वाहनों की संख्या में जल्द ही और इजाफा किया जायेगा। 3200 चौपहिया व डेढ़ हजार से अधिक दो पहिया वाहन बढ़ाये जा रहे हैं। आम जनता को साइबर क्राइम से बचाने को विशेष प्रयास होंगे। इन हाउस लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है। 57 साइबर थाने सक्रियता से संचालित हैं। पीसी के आरम्भ में ही नये यूपी पुलिस चीफ प्रशांत कुमार ने नयी जिम्मेदारी के लिए सीएम योगी का खास तौर पर आभार जताया। नए डीजीपी ने कहा है कि सीनियर सिटीजन को भी सुरक्षित वातावरण देने को यूपी पुलिस दृढ़ संकल्पित है। डीजीपी बोले कि केंद्र सरकार की ओर से जारी आंकड़ों से स्पष्ट है कि किसी भी राज्य की प्रगति वहां की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था पर निर्भर करती है। यूपी में अपराधों में जो कमी आई है, उसी वजह से बाहर से आने वाले निवेश में तेजी दिख रही है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का सफल आयोजन इस बात का सटीक उदाहरण है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 हजार करोड़ रुपए के एमओयू साइन हुए। इससे रोजगार सृजन बढ़ेगा। सीएम योगी के अति महत्वाकांक्षी ऑपरेशन कंविक्शन के तहत महीनेभर के अंदर जांच खत्म कर अपराधियों को सजा दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। ऑपरेशन कन्विक्शन के अंतर्गत 25 हजार आरोपियों को पिछले कुछ महीनों में दंडित कराया गया है। आने वाले समय में प्रिडिक्टिव पुलिसिंग की तरफ कदम बढ़ाने पर डीजीपी ने जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि आम जनता की समस्याओं को समय रहते पारदर्शी तरीके से निस्तारित करने को आईजीआरएस पोर्टल के साथ ही अब यूपी पुलिस व्हाट्सएप चैनल के जरिये भी जन शिकायतों को गंभीरता से लिया जा रहा है। नये डीजीपी ने स्पष्ट कहा है कि फेक न्यूज को लेकर सख्ती से एक्शन लिया जायेगा। अफवाह फैलाने वाले अराजक तत्वों की जगह सिर्फ और सिर्फ सलाखों के पीछे होगी। ज्ञानवापी मामले को लेकर मीडिया कर्मियों के सवालों के जवाब में डीजीपी ने कहा है कि वहां सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद है। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।