डीजीपी राजीव कृष्ण की बड़ी पहल : यूपी पुलिस में टॉप-टेन बदलाव को 21 आईपीएस की बनी टीम ! महीनेभर में रोडमैप होगा तैयार ! अभूतपूर्व परिवर्तन को युद्ध स्तर पर काम शुरू ! यूपी पुलिस को और नया बनाने की खास मुहिम

लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। लक्ष्य पे निशाना हो तो मिशन फतह करना हरगिज नामुमकिन नहीं है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर व क्राइम कंट्रोल में अभूतपूर्व बदलाव यानी और बेहतर व्यवस्था बनाने को 11 प्राथमिकताओं का रोडमैप जल्द तैयार करने की कार्यवाही तेज कर दी है। इसके लिए यूपी पुलिस चीफ ने 21 आईपीएस अफसरों की अपनी टीम बनाई है। टीम में शामिल अफसरों को अलग अलग जिम्मेदारी दी गयी है। सीएम योगी के निर्देशन में डीजीपी राजीव कृष्ण अपनी दस खास प्राथमिकताओं को धरातल पे उतारने की दिशा में पूरी तरह से संजीदा हैं। पुलिसिंग के अंतरराष्ट्रीय मानकों, बेस्ट प्रैक्टिस को अपनाकर हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की जा सके, इस मंशा के तहत ये कार्ययोजना डीजीपी तैयार करा रहे हैं। कार्ययोजना तैयार होते ही इसे अमलीजामा पहनाया जायेगा। पीड़ितों का फीडबैक लेने की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि कार्ययोजना बनाते समय सभी संबंधित पक्षों के साथ विचार विमर्श करने को कहा गया है। ये निर्देश दिए गये हैं कि विशेषज्ञयों से भी राय मशविरा कर लिया जाये। कार्ययोजना बनाने में एएसपी, सीओ, इंस्पेक्टर व सिपाही तक से राय ली जाए। महिलाओं व आम नागरिकों से जुड़े मुद्दे भी इस योजना में प्रमुखता से शामिल हैं। डीजीपी ने कहा है कि कार्ययोजना बनाते समय धयान रखें कि मौजूदा कार्यप्रणाली आसान बनी रहे। मुख्यमंत्री की टॉप प्राथमिकताओं में जन सुनवाई, बेहतर लॉ एंड ऑर्डर व क्राइम कण्ट्रोल और महिला सम्बन्धी अपराधों पे प्रभावी अंकुश शामिल हैं। डीजीपी राजीव कृष्ण ने एडीजी बरेली जोन रमित शर्मा को जन सुनवाई व्यवस्था की कार्ययोजना बनाने की खास जिम्मेदारी सौंपी है।अपराधियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस पॉलिसी की कार्ययोजना का जिम्मा एडीजी क्राइम एसके भगत व एडीजी वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया को मिला है। महिला सशक्तीकरण एवं सुरक्षा जैसी अहम कार्ययोजना एडीजी महिला बाल सुरक्षा संगठन पदमजा चौहान व एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ के हवाले होगी। कानून-व्यवस्था, बंदोबस्त, एटीएस व एएनटीएफ की कार्ययोजना एडीजी एलओ व एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश और एडीजी कानपुर जोन आलोक सिंह मिलकर बनाएंगे। साइबर अपराध नियंत्रण की कार्ययोजना एडीजी साइबर क्राइम विनोद कुमार सिंह तथा पुलिस कमिश्नर नोएडा लक्ष्मी सिंह संयुक्त रूप से बनाएंगे। बेहतर पुलिस सेवाएं सम्बन्धी कार्ययोजना बनाने को एडीजी तकनीकी सेवाएं नवीन अरोड़ा व एडीजी मेरठ जोन भानु भास्कर नामित हुए हैं। पुलिस कल्याण का रोडमैप आईजी पुलिस कल्याण आरके भारद्वाज व पुलिस कमिश्नर आगरा दीपक कुमार तैयार करेंगे। इसी तरह प्रतिभा व विशेषज्ञता का उपयोग टॉपिक की कार्ययोजना आईजी स्थापना नचिकेता झा एवं पुलिस कमिश्नर लखनऊ अमरेंद्र सिंह सेंगर के हवाले की गयी है। यातायात प्रबंधन की जिम्मेदारी एडीजी ट्रेफिक के सत्यनारायण और पुलिस कमिश्नर वाराणसी मोहित अग्रवाल देखेंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का उपयोग विषय का रोडमैप एडीजी तकनीकी सेवाएं नवीन अरोड़ा व पुलिस कमिश्नर कानपुर अखिल कुमार तैयार करेंगे। प्रशिक्षण की कार्ययोजना एडीजी प्रशिक्षण राजीव सब्बरवाल और एडीजी प्रयागराज जोन संजीव गुप्ता बनाएंगे। डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि सिग्नेचर बिल्डिंग में तैनात अधिकारियों के साथ ही फील्ड अफसरों को उनकी रुचि अनुरूप कार्य सौंपे गए हैं। महीनेभर के भीतर रोडमैप तैयार होते ही इसका क्रियान्वयन शुरू होगा। इसका उद्देश्य पुलिसिंग को बेहतर, व्यावहारिक और अधिक प्रभावी बनाना है, ताकि पुलिसकर्मियों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े और वह इसे आसानी से धरातल पर लागू कर सकें। पहली बार ऐसा है, जब पुलिस सुधारों में सिपाही से लेकर एडीजी स्तर के अफसरों की भागीदारी हो रही है। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।