एक बार फिर बरेली शहर को मिला चौथा सर्किल : आईपीएस घुले सुशील चंद्रभान का प्रयास लाया रंग ! हाईवे नाम से नया सर्किल होगा नवीन भवन अपराध शाखा से संचालित ! बिथरी, भोजीपुरा, फतेहगंज थाने होंगे सर्किल हाईवे के अधीन ! नितिन कुमार बने सीओ हाईवे
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाए रखने तथा क्राइम कंट्रोल के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के बरेली जिले को डीजीपी मुख्यालय ने एक और सर्किल की सौगात दी है। हालांकि अभी नये सर्किल को अस्थायी रूप से क्रियाशील किये जाने का अनुमोदन मिला है। बरेली के पुलिस कप्तान घुले सुशील चंद्रभान की पहल पर बरेली पुलिस को ये बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। आईपीएस घुले सुशील चंद्रभान ने सर्किल हाईवे बनाने का प्रस्ताव पिछले दिनों शासन, गृह विभाग के साथ ही डीजीपी मुख्यालय भेजा था। गहन मंथन के बाद डीजीपी मुख्यालय ने बरेली में शहरी क्षेत्र में तीसरा सर्किल संचालित करने के अस्थाई अनुमोदन को हरी झंडी दे दी है। इसी के साथ एसएसपी बरेली घुले सुशील चंद्रभान ने सीओ क्राइम नितिन कुमार को सीओ हाईवे की जिम्मेदारी सौंपी है। नवीन भवन अपराध शाखा से नया सर्किल संचालित होगा। सर्किल हाईवे के अधीन अब बिथरी चैनपुर, भोजीपुरा और फतेहगंज पश्चिमी थाने होंगे। थाना सिरौली मीरगंज सर्किल के अधीन किया गया है। महिला थाना सर्किल थर्ड के अधीन होगा। इस बाबत डीजीपी मुख्यालय से अनुमोदन ले लिया गया है। डीजीपी मुख्यालय का कहना है कि नई व्यवस्था से बरेली के फरियादी तो लाभान्वित होंगे ही साथ ही साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने और क्राइम कंट्रोल करने में पुलिस अफसरों को भी आसानी होगी। भोजीपुरा थाना अभी तक सर्किल नबाबगंज के अंतर्गत आता था। विपरीत दिशा में सर्किल मुख्यालय होने के कारण आम जनता के अलावा पुलिस कर्मियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। किसी मामले में पीड़ितों, आरोपियों के बयान दर्ज होने हैं या फिर सर्किल प्रभारी के समक्ष अपनी बात रखनी है तो नबाबगंज तक आने-जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता था। आईपीएस घुले सुशील चंद्रभान की पहल से न सिर्फ महकमे से जुड़े वर्दी वाले बल्कि आम जनता अब सीधा लाभान्वित हो सकेगी। बरेली के शहरी क्षेत्र में पहले भी चार सर्किल हुआ करते थे। तत्कालीन पुलिस कप्तान आरके भारद्वाज के कार्यकाल के दौरान सामने आया कि चौथा सर्किल चलाने की अनुमति डीजीपी मुख्यालय से नहीं ली गयी थी। मामले को इस कलमकार ने उस समय सुर्खियों में किया तो डीजीपी मुख्यालय ने खबर का संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से सर्किल फोर्थ हटवा दिया था। उस वक्त फोर्थ सर्किल पुलिस लाइन से संचालित होता था। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।