उप जिलाधिकारी सहसवान प्रेमपाल सिंह ने मीर मुशर्रफ अली उर्फ गुड्डू को शाल उढ़ाकर किया सम्मानित
बदायूं (जेआईन्यूज़) आपको बता दें सहसवान एक ऐतिहासिक नगर रहा है। इसकी अपनी एक अज़ीमुश्शान तारीख ( इतिहास) है। इस शहर में बड़े-बड़े आलिम, शायर, लेखक, हकीम, संगीतकार और पॉलिटिशियन की पैदाइश हुई और उन्होंने अपने फन और काबिलियत से नगर सहसवान का नाम हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में रोशन किया और जहां बात जंग-ए-आज़ादी की आती है वहां भी नगर सहसवान के लोग पीछे नहीं रहे और हुब्बुल वतन (देशभक्तों) ने जंगे आजादी में अंग्रेजों के खिलाफ अपने इस अजीम मुल्क को अंग्रेजों की गिरफ्त से आजाद कराने के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। न सिर्फ जंगे आजादी में नगर सहसवान की रहनुमाई की बल्कि अपनी जान की कुर्बानी भी देकर इस मुल्क को आजाद कराया। नगर सहसवान में मंडी समिति के निकट इमलियों के पेड़ आज भी शहीदों की कुर्बानी की गवाही देते है जिन पर लटका कर स्वतंत्रता सेनानियों को अंग्रेजों ने मौत के घाट उतारा था। नगर सहसवान के एक ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी गोरखपुर के राजा मीर मोहम्मद हसन थे जिनकी निस्बत नगर सहसवान के मोहल्ला काजी से थी। गोरखपुर के राजा मीर मोहम्मद हसन ने अपने इस अजीज और अजीम मुल्क हिंदुस्तान को आजाद कराने के लिए जंगे आजादी में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इस दौरान मोहल्ला काजी में स्थित अंग्रेजों ने उनका मकान तोपों से उड़ा दिया मगर फिर भी अंग्रेज मीर मोहम्मद हसन के जंगे आजादी में शरीक होने के हौसले को न तोड़ पाए।
मीर मोहम्मद हसन ने 21 सितंबर सन 1857 को गोरखपुर को अंग्रेजों से आज़ाद कराकर उस पर शासन किया। यह सवाल अक्सर प्रतियोगिता की परीक्षाओं में विद्यार्थियों से पूछा भी जाता है।
मीर मोहम्मद हसन के वंशज मौलाना डॉ अब्दुल हई के पोत्र मीर मुशर्रफ अली जो एक प्रखर वक्ता और पेशे से अधिवक्ता हैं, का 15 अगस्त को योमे आज़ादी के मुबारक मौके पर उपजिलाधिकारी प्रेम पाल ने तहसील सभागार में अपने मुबारक हाथों से मीर मुशर्रफ अली उर्फ गुड्डू एडवोकेट को उनके पूर्वज महान स्वतंत्रता सेनानी मीर मोहम्मद हसन के जंग-ए-आज़ादी में उनके योगदान के लिए शॉल पहनाकर सम्मानित किया। मीर मुशर्रफ अली एडवोकेट के सम्मान समारोह में तहसीलदार शर्मा नन्द,नायब तहसीलदार, रजिस्ट्रार कानूनगों रियाजुद्दीन व तहसील सहसवान के अन्य कर्मचारी मौजूद रहे और उन्होंने मीर मुशर्रफ अली उर्फ गुड्डू एडवोकेट को इस सम्मान के लिए मुबारकबाद दी। अंत में मीर मुशर्रफ अली एडवोकेट ने मंच पर आकर सभी स्वतंत्रता सेनानियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उप जिलाधिकारी सहसवान प्रेमपाल का इस सम्मान के लिए शुक्रिया अदा किया। बताते चलें कि मीर मुशर्रफ अली एडवोकेट नगर सहसवान मोहल्ला काजी के एक जमींदार घराने से ताल्लुक रखते हैं और सैयद अशरफ अली नकवी के पुत्र है।