माफियाओं पर अब दे दनादन एक्शन : सांवरिया पर चला बुलडोजर, राना समेत 6 सलाखों के पीछे ! आकाओं तक पहुंचने की बनी रणनीति
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। गैंगवार क्या होता है? दे दनादन एक्शन पर अब अकड़ से जकड़े माफियाओं की सारी गफलत काफूर होने लग गयी है। बरेली कांड के मुख्य खलनायक राजीव राना के होटल पर बुलडोजर एक्शन के अगले ही दिन आज शुक्रवार को माफिया आदित्य उपाध्याय के सांवरिया रिजॉर्ट पर बुलडोजर गरजा। साथ ही राजीव राना समेत 6 बदमाशों को पुलिस ने आज जेल भेजा है। 22 जून के गैंगवार में फायरिंग, आगजनी, तोड़फोड़ जैसे घटनाक्रम के बीच नंगा नाच हुआ। कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए। सीएम योगी बेहद नाराज हो गए। मुख्यमंत्री की नाराजगी का खामियाजा एसएचओ इज्जतनगर से लेकर कप्तान तक को भुगतना पड़ा। नये एडीजी रमित शर्मा, मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल, आईजी डॉ राकेश सिंह, डीएम रविंद्र कुमार और नये एसएसपी अनुराग आर्य ने एक स्वर में माफियाओं और अपराधियों पर तगड़ा एक्शन अभियान जारी रहने की बात कही है। ऐसे में लगातार दूसरे दिन बीडीए ने कार्रवाई की। शुक्रवार को बीडीए टीम ने माफिया आदित्य उपाध्याय का सांवरिया रिजॉर्ट बुलडोजर एक्शन से ध्वस्त कर दिया। माफियाओं और किराये के टट्टू गुंडों की 22 जून की सारी गर्मी योगी के अफसर अब लगातार ठंडी कर रहे हैं। बीच सड़क अराजकता फैलाने वाले गुंडे कानूनी पंजा पड़ते ही भीगी बिल्ली बन गए हैं। इसका उदाहरण गुरुवार को देखने को मिला। बुलडोजर एक्शन से गुंडा राजीव राना बिल से बाहर निकल आया। खुद को सरेंडर किया। गैर कानूनी काम करने से स्वजनों को जो परिवार कल तक रोक ना पाया, अब आज प्रशासनिक एक्शन होने पर आँसू बहा रहा है। माफियाओं के आकाओं तक पहुंचने की कार्रवाई जारी है। राना और उपाध्याय गुटों के तमाम गुंडे व परिजन सलाखों के पीछे जा पहुंचे हैं। चर्चा है कि पुलिस, एसओजी की टीमें जिस तरह लगातार राना के बरेली से बाहर होने के दावे कर रही थीं। टीमों के खोखले दावों की पोल खुलकर सामने आ गई है क्योंकि बुलडोजर कार्रवाई के बाद राना ने सरेंडर कर दिया था। मतलब साफ है कि राना के बरेली में होने की भनक तक खाकी को ना लग सकी। बरेली की घटना के अलावा मुरादाबाद में गोलीबारी करने वाले मनबढ़ के खिलाफ कड़ा एक्शन ले लिया गया है। दबंग के मकान पर बुलडोजर चला है। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।