तो फिर बहुरेंगे ऑपरेशन काला गुलाब के दिन : नई पारी, नये जोश के साथ बरेली आ रहे चर्चित आईपीएस रमित शर्मा ! ऑपरेशन काला गुलाब की जद में आ चुके चेहरों की बेचैनी बढ़ी
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। यूपी पुलिस के 1999 बैच के आईपीएस रमित शर्मा के एडीजी बरेली जोन बनते ही अधर में लटके ऑपरेशन काला गुलाब की यादें फिर ताजा हो गयी हैं। माना जा रहा है कि जोन मुखिया की कमान संभालते ही आईपीएस रमित शर्मा ऑपरेशन काला गुलाब का जोरदार आगाज कर सकते हैं। ऑपरेशन काला गुलाब के जरिये रमित शर्मा ने भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे वर्दी वालों से लेकर मीडिया कर्मियों और अफसरों के सिंडिकेट को बेपर्दा किया था। आय के स्रोत से लेकर तमाम बिंदुओं पर गोपनीय जांच तक बिठाई गई थी। फुसफुस करने वाले कई किरदारों का काला चरित्र भी सामने ले आये थे। अफसरों से लेकर मीडिया कर्मियों के बेतुके नाम रखने वाले मामा शकुनि की भूमिका निभाने वाले एक चेहरे का खेल भी आईपीएस रमित शर्मा के ऑपरेशन काला गुलाब ने उजागर कर दिया था। यहां तक खुलासा हुआ था कि उनके कार्यालय की गोपनीय बातें बरेली की नीरा राडिया तक सिर्फ लिफाफे के लालच में पहुंचाई जाती थीं। पुलिस महकमे की नौकरी में घाट घाट का पानी पीने वाले रमित शर्मा के बारे में ऐसी चर्चा है कि बे कानाफूसी में भरोसा नहीं करते हैं। कई माध्यमों से सच जानने की बेहतर क्षमता रखते हैं। ऑपरेशन काला गुलाब के जरिए जरायम के कई खलनायकों को बेनकाब कर रमित शर्मा ने कानूनी शिकंजे में जकड़ा। रमित शर्मा ने तमाम चेहरों की ये गफलत भी दूर कर दी कि किसी अमुक के बहुत खास हैं। कुछ मनबढ़ खुराफाती तत्वों ने माहौल बनाने के लिए गोपनीय पत्रों के चलन का खेल भी खेला था। फिलहाल, एक और नई पारी खेलने को रमित शर्मा नाथनगरी व बांसनगरी बरेली आ रहे हैं। बरेली शहर के समाजसेवी अशोक आहुजा ने एडीजी बरेली जोन बनने पर रमित शर्मा को बधाई देते हुए दावा किया है कि चार्ज ग्रहण करने के बाद बरेली जोन में आमूल चूल परिवर्तन नजर आने वाला है। जल्द ही भ्रष्ट पुलिस कर्मियों पर नये एडीजी एक्शन लेते नजर आयेंगे। रमित शर्मा का बरेली से नया नाता नहीं है। वे यहाँ आठवीं बटालियन पीएसी के कमाडेंट, डीआईजी पीएसी और आईजी बरेली रेंज रहे। बरेली के निकट पीलीभीत, शाहजहांपुर, रामपुर के कप्तान रहे। मुरादाबाद के आईजी रह चुके हैं। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।