यूपी के बरेली में धौराटांडा की खूनी सड़क ने निगलीं दो जिंदगियां ! डीएम व कप्तान पहुंचे घटनास्थल ! कलेक्टर का निर्देश : तीन दिन के अंदर शुरू हो सड़क का काम
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी /जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। सड़क सुरक्षा पखवाड़ा का आगाज होने से एक दिन पहले सिस्टम की अनदेखी के चलते यूपी के बरेली में भोजीपुरा थाना अंतर्गत खस्ताहाल धौराटांडा सड़क पर मां-बेटी की दर्दनाक हादसे में मौत होने की गंभीर घटना का संज्ञान डीएम रविंद्र कुमार व पुलिस कप्तान घुले सुशील चंद्रभान ने लिया है। डीएम और कप्तान ने घटनास्थल का अलग-अलग निरीक्षण किया। गुरुवार को एआरटीओ जेपी गुप्ता व एसडीएम सदर रत्निका श्रीवास्तव के साथ धौराटांडा पहुंचे डीएम रविंद्र कुमार ने पीडब्लूडी के मुख्य अभियंता को निर्देश दिए हैं कि तीन दिन के अंदर धौराटांडा मार्ग ठीक करने की दिशा में एक्शन हो जाना चाहिए। अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें। डीएम ने दो टूक कहा है कि खस्ताहाल सड़कों के चलते भविष्य में हादसों में जानमाल जैसी घटनाएं होती हैं तो जिम्मेदारों के खिलाफ अब सीधे एफआईआर दर्ज होगी। धौराटांडा समेत दर्जनों गाँवों के लोगों की आवाजाही इसी खस्ताहाल रोड से है। बड़े पैमाने पर राइस मिलें होने के कारण चावल नगरी के नाम से विख्यात धौराटांडा की इस सड़क के लिए इलाकाई लोग नैनीताल हाईवे पर रोड जाम कर प्रदर्शन कर चुके हैं। गड्ढों में पूरी तरह से तब्दील इस खूनी सड़क पर कई घरों के चिराग बुझ चुके हैं। एक्सीडेंट की ताबड़तोड़ घटनाओं के बाबजूद सिस्टम नींद में सो रहा है। अपनी पहली सरकार में ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदारों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेशभर में सड़कें गड्ढा मुक्त की जायें। बावजूद विभागीय अधिकारियों ने धौराटांडा के इस खस्ताहाल सड़क की ओर रूख नहीं किया। जिम्मेदारों की बेरुखी के चलते इलाकाई लोगों का आक्रोश अब उबाल खा रहा है। कमीशनबाजी के खेल के चलते मानक गुणवत्ता पूरी तरह ताक में रखकर इस सड़क को बनाया गया, नतीजतन समय से पहले ही ये सड़क गड्ढों में तब्दील हो जानलेवा हो गई है। फिलहाल, डीएम रविंद्र कुमार के एक्शनमोड से क्षेत्रीय लोगों की उम्मीदें जागी हैं। उत्तर प्रदेश में 15 दिसंबर से सड़क सुरक्षा पखवाड़ा शुरू हो रहा है। 31 दिसम्बर तक ये पखवाड़ा रहेगा। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।