यूपी की आधी आबादी अब जरा भी ना डरें रात के अँधेरे में : घर तक सुरक्षित पहुंचायेगी योगी की पुलिस ! महिला सुरक्षा पर फुल प्रूफ प्लानिंग कर जिलों को खास निर्देश दिए एडीजी ने ! आईजी, डीआईजी करायें अनुपालन
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। यूपी व असम से लेकर पश्चिम बंगाल तक देश के विभिन्न इलाकों में हालिया महिला अपराधों को लेकर मचे हाय तौबा के बीच योगी सरकार के अफसर एक्शनमोड में नजर आने लगे हैं। मुरादाबाद रेप कांड में एक्शन लेने वाली यूपी पुलिस जल्द मित्र पुलिस के नये तेवर में दिखने वाली है। बरेली एडीजी रमित शर्मा ने महिला सुरक्षा के बाबत मुरादाबाद मंडल, बरेली परिक्षेत्र के जिम्मेदारों को खास दिशा निर्देश जारी किये हैं। नौ जिलों में रात के अँधेरे में किसी भी परिस्थिति में सड़क पर निकलने वाली कोई भी अबला खुद को जरा भी असुरक्षित महसूस ना करें क्योंकि एडीजी के निर्देशों के क्रम में खाकी के पहरे में बेटी, बहन, माँ को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाया जायेगा। घरेलू महिलाओं के अलावा प्राइवेट सेक्टर, सरकारी क्षेत्रों में तमाम स्तरों पर काम करने वाली आधी आबादी की सुरक्षा की दिशा में फुलप्रूफ प्लानिंग की गयी है। यदि दिशा निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया गया तो बेटियों, महिलाओं से छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न आदि जरायम करने का दुस्साहस करने वालों की खैर नहीं होगी। आईजी बरेली रेंज डॉ राकेश सिंह, डीआईजी मुरादाबाद मंडल मुनिराज गोबू, एसएसपी बरेली अनुराग आर्य, एसएसपी मुरादाबाद सतपाल अंतिल, एसएसपी बदायूं ब्रजेश सिंह, एसपी शाहजहांपुर अशोक मीना, एसपी पीलीभीत अविनाश पाण्डेय, एसपी अमरोहा कुंवर अनुपम सिंह, एसपी संभल कुलदीप गुनावत, एसपी बिजनौर अभिषेक झा, एसपी रामपुर विद्यासागर मिश्र को भेजे सर्कुलर में निर्देश दिए गए हैं कि महिला अपराधों से सम्बंधित हॉट स्पॉट चिन्हित कर पेट्रोलिंग, चेकिंग हो। महिलाओं की कैब व दूसरे वाहनों के चालकों की पूरी पड़ताल हो। महिलाओं के रात में आने जाने वाले रास्तों, इमरजेंसी सेवाओं, सिक्योरिटी ऑडिट, महिला हेल्पलाइन को अलर्ट मोड पर रखा जाये। कार्यस्थलों पर विशेष सुरक्षा इंतजाम, यौन उत्पीड़न रोकने संबंधी गाइडलाइन का पालन सख्ती से हो। सरकारी, निजी संस्थान महिलाओं को रात्रि में कैब या फिर प्राइवेट वाहन मुहैया करायें। चालकों के लाइसेंस, चरित्र सत्यापन की कॉपी सम्बंधित जिम्मेदार अपने पास रखें। यदि नाइट शिफ्ट रात दस बजे से सुबह छह बजे तक है, तो ऐसे में जिम्मेदार हर हाल में महिलाओं को सुरक्षित घरों तक पहुंचायें। यूपी 112 को भी इस संदर्भ में एक्टिव होने के निर्देश दिए गए हैं। एडीजी की ओर से निर्देश हैं कि सीसीटीवी से लैस, लाइट वाले स्थानों पर ही बसों, प्राइवेट टैक्सी आदि वाहनों के ड्रॉप ऑफ प्वाइंट बनाये जायें। सीओ, इंस्पेक्टर अपने इलाकों के ऐसे कॉल सेन्टर, स्वास्थ्य संस्थानों, ऑफिस, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, सिनेमा हाल, मल्टीप्लेक्स, होटल, रेस्टोरेंट, रेलवे बस स्टेशन की सूची बना लें, जहाँ महिलायें काम करती हों। इसी आधार पर रात के हॉट स्पॉट चिह्नित कर राजपत्रित अधिकारियों के पर्यवेक्षण में विशेष गश्त, सुरक्षा इंतजाम हों।(जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।