जहाँ पहले हो चुके विवाद, वहाँ की निगरानी ना भूलें अफसर ! काँवड़ और मोहर्रम को लेकर एडीजी के खास निर्देश ! बदायूँ-बरेली को अलर्ट किया जोन प्रमुख ने ! दंगा बचाने को लाठीचार्ज कर माहौल संभाला था प्रभाकर चौधरी ने

लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। एडीजी रमित शर्मा ने मंगलवार को बरेली मंडल के पुलिस कप्तानों संग डीआईजी रेंज की मौजूदगी में लॉ एंड ऑर्डर समेत कई अति महत्वपूर्ण टॉपिक पे खास बैठक की। जोन मुख्यालय बरेली में आयोजित बैठक में एडीजी ने बड़े स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि श्रावण माह के दृष्टिगत काँवड़ यात्रा और मोहर्रम आदि इवेंट्स सकुशल निपटाये जायें। किसी स्तर पर लापरवाही, हीलाहवाली ना हो। कहीं कोई नई परम्परा ना पड़ने पाये। पहले जहाँ भी विवाद रहे हों या फिर तनावपूर्ण स्थिति रह चुकी हो, वहाँ जिम्मेदार खुद मौके पे जायें। मौजूदा परिस्थिति की समीक्षा कर लें कि अब कोई विवाद अथवा तनाव जैसी कोई स्थिति तो नहीं है। काँवड़ यात्रा, मोहर्रम जुलूस कड़े सुरक्षा घेरे में हों। बॉक्स फॉर्मेशन में पर्याप्त फोर्स रहे। रूफ टॉप ड्यूटी, सिविल ड्रेस फोर्स मुस्तैद रहे। पूर्व में जिन जगहों पे भी विवाद, तनाव रहे हों, उन जगहों के साथ ही सभी संवेदनशील स्थानों पे फुल चौकसी बरती जाये। खुफिया टीमें सक्रिय करें। खुराफाती तत्वों की कड़ी निगरानी करें। इवेंट्स से पहले सभी थानों के त्योहार रजिस्टर चेक कर लिए जायें। सभी धर्मगुरुओं, गणमान्य लोगों के साथ पीस कमेटी की बैठकें कर ली जायें। बरेली व बदायूँ को खास तौर पर अलर्ट रहने को कहा गया है। बदायूं में बड़े पैमाने पे काँवड़िया गंगा जल लेने जाते हैं। बरेली में पूर्व में काँवड़ जुलूस को लेकर बवाल हो चुका है। असामाजिक तत्वों ने बरेली में 2010 व 2012 जैसा माहौल उत्पन्न करने की भरसक कोशिश की थी। आईपीएस प्रभाकर चौधरी ने बरेली दंगा बचाने को लाठीचार्ज कर माहौल संभाला था। संवेदनशीलता के चलते ही एडीजी ने कहा है कि काँवड़ मार्ग की रुट व्यवस्था, ट्रेफिक प्लान, रुट डायवर्जन, कंटीजेंसी प्लॉन, दूसरे विभागों से बेहतर समन्वय समेत विभिन्न तरह की चुनौतियों के बाबत विस्तृत दिशा निर्देश दिए हैं। ताजिये मानक अनुरूप निर्धारित ऊँचाई के ही हों। सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन कैमरों से काँवड़ जुलूस, मोहर्रम जुलूस, काँवड़ रुट, काँवड़ शिविरों की निगरानी करने को कहा गया है। डीजे संचालकों को पहले से बता दिया जाये कि मानक अनुरूप साउंड सिस्टम लगे। आपत्तिजनक गाने ना बजें। नये सिपाहियों की ट्रेनिंग कार्ययोजना के क्रियान्वयन की समीक्षा कर दिशा निर्देश दिए गए हैं। एडीजी ने क्राइम कंट्रोल, जन सुनवाई, महिला सम्बन्धी अपराधों, जघन्य अपराधों, रंजिशन मर्डर के संदर्भ में भी अहम निर्देश दिए हैं। एडीजी की मीटिंग में डीआईजी बरेली परिक्षेत्र अजय साहनी, एसएसपी बरेली अनुराग आर्य, एसएसपी बदायूं डॉ बृजेश सिंह, एसपी शाहजहाँपुर राजेश द्विवेद्वी, एसपी पीलीभीत अभिषेक यादव के अलावा बरेली जोन के स्टॉफ ऑफिसर सीओ धर्मेन्द्र राय, सीओ गोपनीय बरेली जोन मोहम्मद शुएब भी मौजूद रहे। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।