मूल जिम्मेदारी से कोसों दूर भाग रहे सर्किल ऑफिसरों पर एडीजी रमित शर्मा की टेढ़ी नजर : कई सर्किल क्षेत्र के थानों में थोक के भाव लंबित विवेचनाओं को लेकर जोन मुखिया का कड़ा रूख
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद मंडल और बरेली परिक्षेत्र के फ्री स्टाइल सर्किल ऑफिसरों में इन दिनों खासी हड़कंप मचा हुआ है। मूल जिम्मेदारी से कोसों दूर भागने वाले सर्किल ऑफिसरों पर जल्द ही विभागीय एक्शन का हंटर चलने वाला है। सूबे के नौ जिलों की पुलिस के मुखिया आईपीएस रमित शर्मा ने वृहद स्तर पर अपराध रजिस्टर चेकिंग का अभियान चलाया हुआ है। नौ जिलों के कई सर्किल ऑफिसरों के अपराध रजिस्टर एडीजी जोन चेक कर चुके हैं। चर्चा है कि अपराध रजिस्टरों की चेकिंग के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक को बड़े पैमाने पर खामियां मिली हैं। जिन सर्किल के अपराध रजिस्टरों में खामियां मिली हैं, उन सर्किल के सम्बंधित जिम्मेदारों के स्पष्टीकरण भी तलब किये जा रहे हैं। सोमवार को एडीजी रमित शर्मा ने सीओ सदर पीलीभीत, सीओ पुवांया शाहजहांपुर, सीओ मिलक रामपुर, सीओ नजीबाबाद बिजनौर के अपराध रजिस्टर चेक किये। इस बीच, ये भी चर्चा है कि कई सर्किल ऑफिसरों की लापरवाही, उदासीनता के चलते थोक के भाव विवेचनायें लंबित हैं। कई सर्किल क्षेत्र के थानों में गुण दोष के आधार पर विवेचनायें ना होने पर एडीजी ने सम्बंधित जिम्मेदारों की कड़ी फटकार लगायी है। समय रहते कार्यप्रणाली में सुधार करने के सख्त दिशा निर्देश दिए हैं। पुलिस महकमे में थानों की बेहतर व्यवस्थायें संचालित करने में पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में सर्किल ऑफिसरों की खास भूमिका मानी जाती है। पिछले कुछ समय से प्रदेश के कई जिलों, कमिश्नरेट में कई सर्किल ऑफिसरों की सुस्त, लचर मॉनिटरिंग के चलते क्राइम कण्ट्रोल, लॉ एंड ऑर्डर की दिशा में समस्या खड़ी होने की खबरें सामने आती रही हैं। यहाँ तक कि अपनी मूल जिम्मेदारी भी कई सर्किल ऑफिसरों ने अपने मातहतों के भरोसे छोड़ रखी है। कई ऐसे सर्किल ऑफिसर हैं, जो अपराध रजिस्टर स्वयं नहीं लिखते हैं। ऐसी तमाम कमियों पर अब बरेली जोन में सर्किल ऑफिसरों पर साहब का शिकंजा कसने जा रहा है। एडीजी जोन की हालिया कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।