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*डॉ मुजीबुर रहमान की अध्यक्षता में डॉ राजा के निवास स्थान पर नशा मुक्ति अभियान के तहत एक कार्यक्रम का हुआ आयोजन*

रिपोर्ट सैयद तुफैल अहमद

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बदायूँ (जेआईनयूज) बताते चलें नगर सहसवान के मशहूर व मारूफ समाजसेवी व खिदमत-ए-खल्क वेलफेयर सोसाइटी के प्रबंधक डॉ मुनीर अख्तर उर्फ राजा के निवास स्थान पर नशा मुक्ति अभियान के तहत एक नशिस्त का एहतमाम किया गया जिसमें बदायूं के मशहूर मारूफ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ इत्तेहाद आलम मुख्य अतिथि व अमर मेडिकल स्टोर के प्रोपराइटर सैयद मोहम्मद खालिद ने शिरकत फरमाकर नशिस्त की सदारत की इनके अलावा नगर सहसवान के कई सम्भ्रांत व्यक्तियों ने  नशिस्त में शिरकत की।

कार्यक्रम के आरंभ में बाल रोग विशेषज्ञ व मुख्य अतिथि डॉक्टर इत्तेहाद आलम, कार्यक्रम  के सदरे मोहतरम सैयद मोहम्मद खालिद, डॉक्टर मुजीबुर रहमान, डॉक्टर गुफरान रिजवी,  पन्नालाल नगर पालिका इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डॉक्टर दबीरुल हसन व इसी कॉलेज के वर्तमान प्रधानाचार्य सुजीत सिंह, आलोक महेश्वरी, पंडित विनोद शर्मा, वेद प्रकाश सक्सेना, मनीष कुमार, डॉ मुनीर अख्तर, डॉ आमिर अली,डॉ अरशद अली, डॉ कमाल अख्तर, डॉ सद्दाम,डॉ रशीद नकवी,डॉक्टर अजहर डॉक्टर जफर इकबाल, अकरम कुरैशी ( सभासद) डॉक्टर अदील आदि को  फूल माला पहनाकर और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

बताते चलें की बदायूं के मशहूर बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर इत्तेहाद  आलम नगर सहसवान की मशहूर व मारूफ शख्सियत डॉक्टर मुजीबुर रहमान और डॉक्टर मुनीर अख्तर उर्फ राजा ने जिला स्तर पर अपनी एक ऐसी पहचान बना ली है जो अक्सर सोशल एक्टिविटी में हिस्सा लेते रहते हैं और अक्सर गेट टूगेदर प्रोग्राम करके खूबसूरत महफिल सजाते रहते हैं इसी सिलसिले को आगे बढ़ते हुए डॉक्टर मुनीर अख्तर उर्फ राजा ने अपने निवास स्थान पर कल नशा मुक्ति अभियान को आगे बढाते हुए एक तकरीब का एहतमाम किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाल लोक विशेषज्ञ डॉक्टर इत्तेहाद आलम ने अपने संबोधन में कहा कि नशा चाहे वह शराब पीने का हो सिगरेट नोशी हो या अन्य किसी स्रोत से नशा लेने का मामला हो यह हमारे मुल्क हिंदुस्तान का एक बहुत ही सिग्निफिकेंट और खतरनाक मसला बन गया है और इसमें हमारे मुल्क की और नई पीढ़ी और पुरानी पीढ़ी दोनों शामिल हैं। नशे के खिलाफ सिर्फ सख्त कानून बनाने से ही काम नहीं चलेगा जब तक की हमारी सोसाइटी के हर तबके का व्यक्ति इसको जड़ से खत्म करने में अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाएगा। अक्सर देखा जाता है कि घर में खुद वालिद ही अपने बच्चों से बाजार से बीड़ी या सिगरेट मांगवाते हैं और उन्हीं बच्चों के सामने सिगरेट नोशी फरमाते हैं। बच्चों का ब्रेन चार साल में इतना डेवलप हो जाता है कि वह घर की एक्टिविटी को MIND  कर सके इसलिए हमें इस तरह की एहतियात करना चाहिए कि घर में बच्चों से इस तरह की चीज ना मंगवाए और उनके सामने शराब और सिगरेट नोशी  से परहेज करें बल्कि परहेज ही ना करें खुद इसको पहले छोड़ें तभी आपकी बात का असर किसी दूसरे पर होगा सहसवान के प्रतिष्ठित डॉक्टर मुजीबुर रहमान ने अपने संबोधन में कहा कि नशा हमारी मासूम पीढ़ी के जिस्म को खोखला कर रहा है। अगर हमारे देश का भविष्य इस तरह नशा करके अपने आप को बर्बाद करेगा तो इससे हमारे मुल्क हिंदुस्तान का बहुत बड़ा नुकसान होगा। इस जहर को मासूमों की रगों में दौड़ने से रोकने के लिए हमें अपने प्रतिष्ठानों जैसे.. स्कूल. कॉलेज. हॉस्पिटल छोटे या बड़े क्लिनिक कपड़े की दुकानों परचून की दुकानों या जो व्यक्ति जिस स्तर  का कार्य कर रहा है अपने अपने अधीनस्थों पर इस बात की नजर रखें कि उसके अधीनस्थ यानी उसके under में काम करने वाले छोटे बच्चे या बड़े शराब या  सिगरेट तो नहीं पी रहे हैं और यदि पी रहे हैं तो पहले उन लोगों को मोटिवेट करें और उन्हें इस तरह का नशा करने से रोके क्योंकि बूंद-बूंद से घड़ा भरता है और ऐसा करने के लिए  हमें पहले अपने आप को सुधारना होगा यदि हम खुद बीड़ी सिगरेट पीने के आदी हैं तो तो हमारे कहने का फिर किसी अन्य व्यक्ति पर कोई असर नहीं पड़ेगा इसलिए पहले अपने ऊपर इंप्लीमेंट करें फिर अपने अधीनस्थों को और अपने आस पड़ोसियों को और परिवार के सदस्यों को नशा करने से रोके। अतिथि विशेष आलोक माहेश्वरी ने अपने संबोधन में कहा कि नशा एक दानव रूपी समस्या है जो हमारी नई नस्ल के बच्चों को बर्बाद कर रहा है। भारत के प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह अपने-अपने स्तर से इस दानव को खत्म करने का प्रयास करें और इसकी शुरुआत सबसे पहले अपने ही परिवार और अपने मोहल्ले और शहर से करें ऐसा नहीं है कि इस दानव रूपी समस्या से हमें छुटकारा नहीं मिल सकता यदि हम अपने-अपने स्तर से सार्थक कदम उठाए तो इस दानव को खत्म किया जा सकता है। शराब की बोतल पर सिगरेट की डिब्बी पर और गुटके के पाउच पर साफ लिखा होता है कि यह सेहत के लिए हानिकारक है और इसका सेवन करने से कैंसर हो सकता है मगर फिर भी नशा करने वाले व्यक्ति जानबूझकर मौत को अपने गले लगाते हैं। आवश्यकता है ऐसे व्यक्तियों को मोटिवेट करें ताकि वे नशा रूपी दानव के मुंह में जाने से बच जाए। पन्नालाल नगर पालिका इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ दबीरुल हसन ने अपने संबोधन में कहा कि इस मुहिम को कामयाब बनाने में सबसे पहले हमें अपने आप को सुधारना होगा इसके लिए हमें अपने परिवार के सदस्यों से अपने घर खानदान से और अपने आस-पड़ोस से शुरुआत करनी होगी। हमें यह देखना होगा कि नशा मुक्ति अभियान के तहत हम मीटिंग तो अटेंड कर रहे हैं कहीं ऐसा तो नहीं है कि हम स्वयं इस अभिशाप में लिप्त हो और हमें अपने परिवार के सदस्यों को भी मोटिवेट करना होगा यदि हम स्वयं इस नशा रूपी दानव के शिकंजे में फंसे हुए हैं तो हमारी बात का बाहर कोई असर नहीं होगा इसी तरह से डॉ दबीरूल हसन ने अपने संबोधन में आगे कहा कि साइंस एक वरदान भी है और एक अभिशाप भी यदि हम साइंसदा (Scientists)के द्वारा किए गए अविष्कार जैसे मोबाइल टेलीफोन और टेलीविजन आदि का हम सदुपयोग करते हैं तो यह हमारे लिए और हमारे भविष्य को उज्जवल बनाने में यह कारामात साबित होंगे और यदि हम इन उपकरणों का गलत इस्तेमाल करते हैं तो यह हमारे भविष्य को बर्बाद कर देंगे। आजकल अक्सर ऐसा देखा जा रहा है कि हमारी नई नस्ल शराब बीड़ी सिगरेट के नशे के साथ-साथ मोबाइल का भी नशा कर रही है और यह नशा ऐसा खतरनाक है जो हमारी नई नस्ल को बर्बाद कर रहा है माता-पिता को अपने औलाद  की एक्टिविटी पर नजर रखना चाहिए।  मोबाइल का इस्तेमाल सिर्फ अपने शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए करें ना की और खुराफातों के लिए उसका इस्तेमाल करें।पन्नालाल नगर पालिका इंटर कॉलेज के वर्तमान प्रधानाचार्य सुजीत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि कॉलेज के प्रबंधक और प्रधानाचार्य अभिभावक महोदय इस बात पर विशेष ध्यान दें कि  विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थी पॉकेट मनी कितनी ला रहे हैं कुछ विद्यार्थी 10 से 20 रुपए लाते हैं और कुछ विद्यार्थी  50 से ₹100 लाते हैं और जो विद्यार्थी घर से ज्यादा पैसे लेकर आते हैं वह बचे हुए अधिक पैसों से सिगरेट और गुटखा का नशा करते हैं। विद्यार्थियों के अभिभावकों को चाहिए कि वह अपने बच्चों को अधिक पॉकेट मनी ना दें क्योंकि ज्यादा पॉकेट मनी का विद्यार्थी गलत इस्तेमाल करते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ मुनीर अख्तर उर्फ राजा ने बहुत ही खूबसूरत अंदाज में किया और उन्होंने सभी मेहमानों का अपना कीमती वक्त देने के लिए शुक्रिया अदा किया।

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