लखनऊ में तैनात राजपत्रित अफसर की डीएम से शिकायत ! कॉलोनी वालों का आरोप : दारू पीकर सार्वजनिक गालियां देते हैं साहब ! विरोध पर महिला को पीटा, थाने में शिकायत की तो दिनदहाड़े साहब ने कर दी खौफ पैदा करने को फायरिंग ! डीएम ने कप्तान को सौंपी जांच
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी /जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। वर्दी की हनक में कानून को खुलेआम रौंदने वाले कुछ अफसरों की गुंडई का आलम अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे ही एक अफसर की गुंडई की शिकायत डीएम तक जा पहुंची है। सीएम योगी की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी पर काम करने वाले डीएम ने कप्तान को इस गंभीर मामले की जांच सौंपी है। यूपी की राजधानी लखनऊ में तैनात एक राजपत्रित अफसर के खिलाफ शिकायती पत्र लेकर उसी कॉलोनी के लोग बड़ी संख्या में मंगलवार को डीएम बरेली रविंद्र कुमार से मिले। डीएम को दिए शिकायती पत्र में लोगों ने आरोप लगाया है कि ये राजपत्रित अफसर शराब पीकर कॉलोनी के सभी लोगों को सार्वजनिक गालियां देते हैं। कुछ दिनों पहले कॉलोनी की एक महिला ने गालियां देने का विरोध किया तो इन महाशय ने महिला को खूब पीटा। घटना के विरोध में कॉलोनी के लोग महिला उत्पीड़न की शिकायत लेकर सम्बंधित थाने पहुंचे। शिकायती पत्र के मुताबिक, वर्दी वाले ये महाशय थाने में घटना की शिकायत करने से इस कदर आग बबूला हो गए कि कॉलोनी वालों को खौफ जदा करने को दिनदहाड़े फायरिंग कर दी। कॉलोनी वासियों ने डीएम बरेली रविंद्र कुमार को बताया कि पहले भी कई बार ये अफसर शराब के नशे में टल्ली हो कॉलोनी वासियों को सार्वजनिक गालियां दे चुके हैं। लोगों ने डीएम से मांग की है कि इन अफसर पर प्रभावी कार्रवाई करा इनका शस्त्र लाइसेंस निरस्त करायें। डीएम ने पूरे प्रकरण की जांच बरेली के एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान को सौंपी है। हाल ही में बरेली के आंवला सर्किल अंतर्गत पुलिस चौकी के अंदर शराब पार्टी के दौरान पुलिस कर्मी आपस में भिड़ गए थे। पुलिस कर्मियों में इस हद तक दंगल हुआ कि वे मीडिया की सुर्खियां बने। बरेली के एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने सभी पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर उनके खिलाफ विभागीय जांच बिठा दी है। आंवला सर्किल का ये मामला अभी थमा भी नहीं कि एक और वर्दी वाले महाशय के गिरेबाँ तक अब जांच की आंच जा पहुंची है। डीएम बरेली रविंद्र कुमार ने जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज को बताया कि पुलिस कप्तान को मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। जांच में जो भी तथ्य सामने आयेंगे, उनके आधार पर एक्शन लिया जायेगा।(जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।