यूपी के बरेली में पथराव, तोड़फोड़ के बाद भगदड़ : पुलिस प्रशासन ने संभाला मोर्चा ! अराजक तत्वों की तलाश शुरू ! अफसरों की सूझ बूझ ने बरेली को दंगे की आग में झुलसने से बचाया ! तौकीर की टिप्पणी से गरमाया माहौल
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। साल 2010 और 2012 में दंगों का दंश झेल चुके यूपी के बरेली शहर का शुक्रवार को एक बार फिर खुराफाती तत्वों ने माहौल बिगाड़ दिया। संगीनों के साये में हुई जुमे की नमाज बाद बरेली सिटी के बारादरी थाना अंतर्गत श्यामगंज क्षेत्र में पथराव, तोड़फोड़ की घटना हो गयी। पुलिस प्रशासन ने काफी सूझबूझ का परिचय देते हुए तत्काल तेजी से स्थिति को नियंत्रित करने के साथ ही बरेली को दंगे की आग में झुलसने से बचाया। बरेली की घटना का संज्ञान ले एसीएस होम व डीजीपी ने प्रदेशभर में अलर्ट जारी कर पूरी सतर्कता बरती। दरअसल, ज्ञानवापी मामले को लेकर आईएमसी अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान ने आज जुमे की नमाज बाद समर्थकों संग गिरफ्तारी देने का बिना अनुमति प्रोग्राम रखा। लॉ एंड ऑर्डर न बिगड़े, इस दृष्टि से परिंदा भी पर ना मार सके, बरेली में सिस्टम ने ऐसी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की हुई थी। खुद एडीजी पीसी मीना, कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, आईजी डॉ राकेश सिंह सड़क पर निकल आये। संवेदनशील क्षेत्रों में आला अधिकारियों ने फुट पेट्रोलिंग की। आला अफसरों की अगुवाई में डीएम रविंद्र कुमार, एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान, एसपी सिटी राहुल भाटी जुमे की नमाज सकुशल संपन्न कराने में कामयाब रहे। शहर कोतवाली के बिहारीपुर इलाके से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में उग्र भीड़ को नियंत्रित करने में भी पुलिस अफसर सफल रहे। हालांकि रोके जाने से नाराज हो कुछ जगह भीड़ ने हंगामा, नारेबाजी भी की। बिहारीपुर मोड़ पर उग्र भीड़ ने ज्ञानवापी मामले व हल्द्वानी हिंसा के विरोध में पीएम मोदी, यूपी सीएम योगी और उत्तराखंड सीएम धामी मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाये। मौलाना तौकीर रजा खान ने भी उत्तेजित, आपत्तिजनक बयान दिया। पीएम मोदी, उत्तराखंड सीएम धामी के बारे में अमर्यादित टिप्पणी की। इससे सम्बंधित वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। इस टिप्पणी से माहौल गरमा गया है। नमाज अदा करने के बाद भीड़ लेकर मौलाना तौकीर रजा खान इस्लामियाँ ग्राउंड तक जाने और जबरन गिरफ्तारी करने की जिद पर अड़ गए। बिहारीपुर पुलिस चौकी के पास मौलाना तौकीर रजा खान व पुलिस में काफी देर तक बहस हुई। इस मोर्चे पर भी पुलिस प्रशासन पास हो गया। मौलाना तौकीर रजा खान और उनके समर्थकों को इस्लामियां ग्राउंड नहीं जाने दिया गया। इस बीच, बारादरी के श्यामगंज इलाके में पथराव के साथ ही कुछ दुकानों का सामान खुराफाती तत्वों ने तोड़ दिया। पथराव में कुछ लोग चुटैल हो गए। कुछ ही देर में अफवाह के साथ भगदड़ मच गयी। श्यामगंज मार्केट के कुछ दुकानदारों ने आनन फानन दुकानों के शटर गिरा दिए। सूचना मिलते ही डीएम, एसएसपी भारी फोर्स लेकर यहां पहुंचे। स्थिति को तत्काल नियंत्रित कर इलाके में फुट पेट्रोलिंग की। संकरी गलियों में एकत्र हो रही भीड़ को शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील के साथ वापस किया गया। श्यामगंज सहित संवेदनशील कई क्षेत्रों में पुलिस बल, पैरामिलिट्री फोर्स को तैनात कर दिया गया है। श्यामगंज की घटना को लेकर दोनों पक्षों के अपने-अपने तर्क हैं। ऐसे में डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने साफ शब्दों में कहा है कि कानून हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं है। घटना में जो भी खुराफाती तत्व शामिल होंगे, उन्हें चिन्हित कर किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ा एक्शन लेंगे। घटना के बाद डीएम, कप्तान के साथ ही एडीजी, कमिश्नर, आईजी लगातार फुट पेट्रोलिंग करने के साथ पूरे माहौल पर नजर रखे हुए हैं। डीएम बरेली रविंद्र कुमार और एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने कहा है कि पूरे घटनाक्रम के बाबत सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही सभी खुरफाती तत्वों को चिन्हित किया जा रहा है। कठोर एक्शन होगा। इस बीच, एसीएस होम संजय प्रसाद व डीजीपी प्रशांत कुमार ने बरेली घटना खासकर हल्द्वानी मामले के बाद प्रदेशभर में सभी अफसरों को अलर्टमोड पर कर दिया है। अफसरों को फुट पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।(जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।