एफआईआर दर्ज करने में ना हो आनाकानी ! किसी के दबाव या फिर प्रभाव में ना हो विवेचना ! जो सही हो, उसी आधार पर लिया जाए एक्शन : डीआईजी कलानिधि नैथानी
लखनऊ(धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। थानों में फरियादियों के साथ उच्च कोटि का व्यवहार हो। अभद्र आचरण किसी कीमत पर सहन नहीं होगा। यूपी के झांसी परिक्षेत्र के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने शुक्रवार को ललितपुर जनपद के थानेदारों व पुलिस अफसरों को ये निर्देश दिए। रेंज पुलिस मुखिया बनने के बाद से नैथानी एक्शनमोड में नजर आ रहे हैं। उन्होंने फील्ड में दौरा कर अपनी मंशा साफ कर दी है।डीआईजी ने कहा है कि पीड़ितों की एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी न हो। ज्यादा से ज्यादा एफआईआर पंजीकृत की जायें। विवेचना में जो सही हो, उसी आधार पर एक्शन होना चाहिए। किसी के दबाव प्रभाव में कोई काम नहीं हो। एफआईआर दर्ज करने से लेकर विवेचना तक जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी का पालन हो। थानेदार बेसिक पुलिसिंग पर पूरा तवज्जो दें। गोकशी, डकैती व लूट में संलिप्त अब से लेकर दस साल पुराने अपराधियों पर गुंडा एक्ट, गैंगस्टर अधिनियम के तहत शिकंजा कसा जाये। ऑपरेशन त्रिनेत्र, ऑपरेशन कंविक्शन की सफलता पर जोर दिया। अपराधियों के सत्यापन, पुरस्कार घोषित अपराधियों की शत प्रतिशत गिरफ्तारी, अपराधियों के गैंग, माफियाओं को रजिस्टर्ड करने के निर्देश दिए। सभी चौकी प्रभारियों को सीयूजी सिम से लैस करने, लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत इंस्पेक्टरों, दारोगाओं के नियमानुसार कार्यक्षेत्र बदलने को कहा। डीआईजी बोले कि जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत पीआरबी पर तैनात पुलिस कर्मियों को एक थाने पर तीन महीने, सर्किल में छह माह तक ही रखा जाए। किसी को भी रिपोस्टिंग ना दी जाए। अयोध्या में 22 जनवरी को प्रस्तावित प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश भी डीआईजी ने जिला पुलिस को दिए। इस दौरान पुलिस कप्तान ललितपुर मुश्ताक समेत सभी राजपत्रित अफसर, थाना प्रभारी, शाखा प्रभारी मौजूद रहे।(जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।