देखो.... देखो भाया : जरायम की दुनिया के खलनायक पाया ने अपनी करतूतों से ये क्या पाया ! कितना भी तीरंदाज गुंडा हो, सिस्टम अपने फन से कुचल ही देता है

लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। सिस्टम जब अपने रौ में आता है तो फिर कितना बड़ा तीरअंदाज अपराधी हो, उसकी जरायमी दुनिया मिट्टी में मिल ही जाती है। बात माफिया अतीक अहमद की हो या फिर दुर्दान्त मुख्तार अंसारी की। देशभर ने जरायम की दुनिया के खलनायकों का हश्र देखा। यूपी में बाबा यानी सीएम योगी का बुलडोजर एक्शन जनता की जुबां पे आज भी है। योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत सूबे के बरेली में बुधवार को यूपी पुलिस व बीडीए टीम ने एक दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामलों की लंबी चौड़ी हिस्ट्री वाले टॉपटेन अपराधी गौतस्कर जुबैर उर्फ पाया की अवैध संपत्तियों पे बुलडोजर चला दिया। एसएसपी बरेली अनुराग आर्य के निर्देशन में एसपी सिटी मानुष पारीक एक्टिव अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। आधी आधी रात तक सक्रिय अपराधियों की कुंडली बनाने का काम पिछले काफी समय से टाइगर टीम कर रही है। नतीजा सामने है। सिस्टम का जो मूल काम है कि आम जनता को सुरक्षित वातावरण देना। अपराधियों पे एक्शन। लॉ एंड ऑर्डर बनाये रखना। इन तीनों जिम्मेदारियों को लेकर संजीदा बरेली शहर पुलिस के टाइगर मानुष पारीक ने बीडीए टीम संग बेहतर समन्वय स्थापित कर आज सिस्टम की हनक फिर दिखा दी। भारी फोर्स के घेरे में बारादरी थाने के हिस्ट्रीशीटर जुबैर उर्फ पाया की अवैध सम्पत्ति ध्वस्त कर दी गयी। यूपी पुलिस ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर जुबैर उर्फ पाया के खिलाफ विभिन्न मामलों के करीब 13 मुकदमें हैं। ये कई बार जेल गया और जेल से आते ही फिर जरायम की दुनिया में पैर रखते हुए गौतस्करी को अंजाम देने का दुस्साहस करने लगता था। जुबैर उर्फ पाया अप्रैल महीने में जेल से जमानत पर छूटकर आया। सलाखों से बाहर आते ही पाया अपनी जरायमी दुनिया में जैसे ही मस्त हुआ कि पुलिस ने विकास भवन रोड से उसे गिरफ्तार कर लिया। बरेली के एसपी सिटी मानुष पारीक ने कहा है कि इस तरह के सभी अपराधियों के खिलाफ यूपी पुलिस आगे भी कार्रवाई मोड में रहेगी। पाया की अन्य संपत्तियों को चिन्हित किया जा रहा है। पाया से जुड़े अन्य अपराधियों की भी किसी भी कीमत पर खैर नहीं होगी। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।