बड़े मियां छोटे मियां की जोड़ी ने बिगाड़ा यूपी के संवेदनशील थाने का माहौल ! पान चबाने से दिन चर्या का आगाज करने वाले थानेदार की आला अफसरों तक शिकायत
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। बड़े मियां और छोटे मियां की जोड़ी ने यूपी के संवेदनशील थाने का माहौल बिगाड़ दिया है। सामने फरियादी बैठे हों और बड़े मियां यानी थानेदार साहब की नजर में पान चबाना ही ड्यूटी हो तो समझा जा सकता है कि थानेदार साहब सीएम योगी की मंशा पर एलानिया पानी फेर रहे हैं। प्रशासनिक आधार पर दो बार थानेदारी गंवा चुके छोटे मियां की कार्यप्रणाली भी लोगों की जुबां पर है। खबर सूबे के बरेली शहर से है। पिछले साल कांवड़ यात्रा के दौरान बरेली का बारादरी थाना लखनऊ तक गूंजा। बबाल इस कदर हुआ कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसी थाने के थानेदार हैं अमित कुमार। जनता दर्शन व खुली बैठक हो या वीसी हर मौके पर सीएम निर्देश देते आये हैं कि जन शिकायतें पूरी संवेदनशीलता से सुनी जायें। फरियादियों के साथ जिम्मेदारों का उच्च कोटि का व्यवहार हो। अफसरों को सीएम व डीजीपी मुख्यालय का फरमान है कि फील्ड में बेहतर व बेदाग छवि के थानेदार, दारोगा सिपाही तैनात किये जायें। भूलवश या यूँ कहें कि कप्तान ने भरोसा कर अमित कुमार को थानेदार का ताज पहना दिया। शाही व भमोरा थानों से प्रशासनिक आधार पर लाइन हाजिर हो चुके रोहित कुमार को एसएसआई की जिम्मेदारी दी है। लेकिन कप्तान साहब को क्या पता था कि ये जिम्मेदार उनके भरोसे का कत्ल करेंगे। क्षेत्रीय संवाद सूत्र के मुताबिक, एसएचओ अमित कुमार की दिनचर्या मुंह में पान चबाने से शुरू होती है। फरियादियों की शिकायतें सुनने के वक्त थानेदार साहब हूँ हाँ से ज्यादा कुछ नहीं कह पाते। मतलब जनसुनवाई को मजाक बना डाला है। इस तरह की शिकायतें आला अफसरों तक लगातार पहुंच रही हैं। लखनऊ व शाहजहांपुर समेत अन्य जगह तैनाती के दौरान भी चर्चा में रह चुके अमित कुमार के रहते बारादरी इलाके में अपराधी हर नई घटना के साथ पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। सट्टा, जुआ समेत गंभीर जरायम के लिए बदनाम बारादरी इलाके में अमित कुमार की थानेदारी में हत्या, चोरी, लूट, नकबजनी, पथराव, फायरिंग, गोली कांड ही नहीं क्राइम ग्राफ बताता है कि तमाम दूसरी जघन्य वारदातें होती रही हैं। आने वाले दिनों में फिर कांवड़ यात्रा जैसा अति संवेदनशील इवेंट्स प्रस्तावित है। अब ये पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार जानें कि और कितना भरोसा कायम रखते हैं बड़े मियां व छोटे मियां पर। हालांकि बड़े मियां छोटे मियां के चाहने वाले हर तरह के मैनेजमेंट में माहिर खिलाड़ी हैं। दोनों खाकी वाले मीडिया की सुर्खियों में रह चुके हैं। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।