क्राइम मीटिंग में दहाड़े कप्तान : खराब प्रदर्शन वाले चौकी प्रभारियों पर एक्शन ! अचानक दूध के धुले बन बैठे कई दागी दारोगा ! तो जीरो टॉलरेंस के रुट पर पकड़ी स्पीड
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। वैसे तो यूपी पुलिस में आईपीएस अफसरों की लंबी चौड़ी फौज है। फील्ड में एक से बढ़कर एक महाशय तैनात हैं। थानेदारों की ट्रांसफर पोस्टिंग में खुल्लम खुल्ला घूसखोरी करने वाले कुछ आईपीएस अफसरों ने ऐसा नाम कमाया कि सीधे सीएम के हाथों सस्पेंशन का ईनाम ले लिए। इस सबके बीच, आज भी अपनी ईमानदारी, चर्चित काम से नाम कमाने वाले अफसरों के नाम पब्लिक की जुबां पर आ ही जाते हैं। ऐसे ही अफसरों में शुमार 2013 बैच के आईपीएस अनुराग आर्य माफिया मुख्तार अंसारी का मजबूत जरायमी किला ध्वस्त करने को लेकर खासतौर पर जाने जाते हैं। अनुराग आर्य के सख्त तेवरों का गुरुवार को क्राइम मीटिंग में असर देखने को मिला। सूबे के बरेली एसएसपी अनुराग आर्य ने जिलेभर के चौकी प्रभारियों संग क्राइम मीटिंग की। आर्य ने क्राइम कण्ट्रोल, लॉ एंड ऑर्डर से लेकर बेसिक पुलिसिंग के बाबत चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए। इस पूरी क्राइम मीटिंग में एक दो नहीं बल्कि कई चौकी इंचार्ज दूध के धुले बनकर पहुंचे थे। ये होता है अपने ईमान के कायम कप्तान का खौफ। कल तक जिन चौकी प्रभारियों का खुला भ्रष्टाचार मीडिया में उजागर होता रहा है। आर्य की पुलिस कप्तानी में ये चौकी इंचार्ज जीरो टॉलरेंस के रुट पर स्पीड इस कदर पकड़ गए कि छोड़ो कल की बात पुरानी थी, वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। फिलहाल, अच्छा प्रदर्शन करने वाले कई चौकी प्रभारियों को प्रशस्ति पत्र दे कमांडर अनुराग आर्य, एसपी सिटी मानुष पारिक, एसपीआरए मुकेश चंद्र मिश्रा ने सम्मानित भी किया। कप्तान ने खराब प्रदर्शन करने वाले कुछ चौकी प्रभारियों की प्रारंभिक जांच शुरू करा दी है। त्योहारों के मद्देनजर चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि फील्ड में सक्रिय रहें। सिरौली घटना की कहीं पुनरावृति ना हो। पटाखों का अवैध भंडारण, निर्माण ना हो। अवैध खनन, अवैध शराब बिक्री, गो तस्करी ना होने पाये।(जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।