पुलिस मंथन के अंतिम दिन मुख्यमंत्री अलंकरण सम्मान से नवाजे गए यूपी के 4 आईपीएस ! प्रभाकर चौधरी, शैलेश पाण्डेय, अनुराग आर्य व कृष्ण विश्नोई को योगी ने किया सम्मानित ! बोले सीएम पुलिस मंथन-2025 रहा बेहद खास, जमीं पर उतारेंगे महत्त्वपूर्ण विषय ! बेहतर आयोजन के लिए डीजीपी राजीव कृष्ण की खूब तारीफ की चीफ मिनिस्टर ने
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। यूपी में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन पुलिस मंथन 2025 के समापन अवसर पर रविवार को विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर परफॉर्मेंस के लिए डीआईजी अलीगढ़ रेंज प्रभाकर चौधरी, डीआईजी आगरा रेंज शैलेश पाण्डेय, एसएसपी बरेली अनुराग आर्य व एसपी संभल कृष्ण कुमार विश्नोई समेत पंद्रह पुलिस अधिकारियों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री अलंकरण सम्मान से नवाजा। इस अवसर पे मुख्यमंत्री ने पुलिस मंथन जैसे महत्त्वपूर्ण इवेंट्स को पीएम मोदी के 2047 तक विकसित भारत की परिकल्पना का अहम हिस्सा मानते हुए कहा कि स्मार्ट पुलिसिंग का जो लक्ष्य, बेहतर पुलिस व्यवस्था के बाबत डीजीपी व आईजी स्तरीय कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री का विजन रहा है, उसे ये दो दिवसीय सम्मेलन निश्चित रूप से साकार करने की दिशा में सार्थक साबित होगा। दो दिन में 11 सत्रों के दौरान जिन विषयों पे चर्चा हुई है, वे सभी खास रहे हैं। जमीनी स्तर पे उतारने की जरूरत है। ये सम्मेलन भविष्य का रोडमैप तैयार करता है। विभिन्न क्षेत्रों में आगे और क्या बेहतर हो सकता है, सम्मेलन में विभिन्न विषयों के जरिये तमाम अहम मुद्दे सामने आये हैं। क्राइम कण्ट्रोल, लॉ एंड ऑर्डर, कानून का राज, मिशन शक्ति, संगठित अपराध, माफिया साम्राज्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, वेलफेयर, साइबर क्राइम, थाना प्रबंधन, एक्टिव अभियोजन सिस्टम, सीसीटीएनएस टू, कारागार विभाग, फॉरेंसिक, आपदा,सोशल मीडिया, क्राउड मैनेजमेंट, नेपाल बॉर्डर पे आतंकी गतिविधियां व तस्करी रोकने समेत तमाम टॉपिक का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले गुंडागर्दी, अराजकता, महीनों महीनों कर्फ्यू यूपी की पहचान थी। आज सुरक्षित माहौल के चलते दूसरे प्रदेशों में यूपी मॉडल लागू करने की बात होती है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर के अधिकारियों को स्पष्ट मैसेज दिया है कि आम जनता, जनप्रतिनिधि, समाज के अच्छे भले लोगों, व्यापारियों, उद्यमियों से बेहतर संवाद स्थापित करें। मुख्यमंत्री ने इशारों इशारों में साफ कह दिया कि भ्रष्टाचारी और गैरजिम्मेदाराना परफॉर्मेंस वाले अफसरों के बारे में उन्हें जनता दरबार के जरिये जमीनी हकीकत पता चल जाती है। जब अच्छे अफसर का ट्रांसफर होता है तो लोग ट्रांसफर रुकवाने की सिफारिश करते हैं। लेकिन जब भ्रष्ट और गैर जिम्मेदार अफसर हटता है तो लोग खुश होकर कहते हैं आपने बला टाल दी। इस दौरान डीजीपी राजीव कृष्ण ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने बेहतर आयोजन के लिए डीजीपी की खूब प्रशंसा की। डीजीपी राजीव कृष्ण ने दोनों दिन उपस्थिति के लिए सीएम का आभार जताते हुए कहा कि सम्मेलन में आये विषयों को धरातल पे उतारने की दिशा में सार्थक काम होगा। मंच पे डीजीपी राजीव कृष्ण, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डायरेक्टर एसपीजी आलोक शर्मा, डीजी जेल पीसी मीना मौजूद रहे। डीजी जेल पीसी मीना ने धन्यवाद सम्बोधन दिया। संचालन एडीजी पीएसी आरके स्वर्णकार ने किया। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।