परिवहन निगम बस स्टेशन के सौंदरीकरण की चल रही नगर वासियों की मांग का सपना साकार होने पर लगी मुहर बाउंड्री वॉल के लिए शासन ने 19 लाख रुपए किए अबमुक्त
*कार्यवाही संस्था ने कार्य प्रारंभ किया है या नहीं जांच के लिए पहुंचे बदायूं एआरएम। कार्यदाई संस्था द्वारा कार्य प्रारंभ न किए जाने पर जताई नाराजगी*
बदायूं (जे आई न्यूज़) सहसवान बताते चलें नगर के 6 दशक पूर्व स्थापित परिवहन निगम बस स्टेशन डेढ दशक से बसों का संचालन बंद होने के कारण जर्जर अवस्था में पहुंच गया था जिसके कारण क्षेत्र वासियों एवं नगर वासियों को आवा गबन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था इस परेशानी को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष सौरव महेश्वरी महिला प्रकोष्ठ की महिला प्रदेश मंत्री दीक्षा महेश्वरी एक लंबे समय से राजकीय प्रधान निगम बस स्टेशन के सौंदरीकरण तथा बस स्टेशन से नगर वासियों को बस सेवाएं उपलब्ध कराए जाने के लिए लखनऊ में राजकीय परिवहन निगम के निर्देशक तथा परिवहन मंत्री से मिलकर सौंदर्य करण तथा निगम की बसों को चलाए जाने के लिए अनेको बार ज्ञापन सौप चुके थे उनकी मेहनत का नतीजा है कि आज उनका यह प्रयास अब साकार होते दिखाई दे रहा है उपरोक्त दंपति के प्रयासों से ही प्रदेश सरकार ने परिवहन निगम बस स्टेशन को सर्वप्रथम चाहरदिवारी के निर्माण के लिए 19 लाख रुपए की धनराशि अब मुक्त कर दी और साथ ही कार्यदाई संस्था को तत्काल कार्य प्रारंभ करने की निर्देश दिए बरेली सेवा मंडल प्रमुख धनजीराम के निर्देश पर बदायूं एआरएम अजय कुमार सिंह को तत्काल सहसवान परिवहन निगम बस स्टेशन पर कार्य दाइ संस्था द्वारा प्रारंभ किए गए कार्य की गुणवत्ता तथा कार्य को मौके पर पहुंच
कर देखने के निर्देश दिए जिस पर एआरएम अजय कुमार सिंह राजकीय परिवहन निगम बस स्टेशन सहसवान पहुंचे तो उन्हें कार्यदाई संस्था द्वारा निर्माण कार्य प्रारंभ न किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई। एआरएम ने सहसवान परिवहन निगम बस स्टेशन की चारदीवारी का निर्माण कार्यदाई संस्था द्वारा प्रारंभ न किए जाने की जानकारी से अवगत कराया है।
ज्ञात रहे राजकीय परिवहन निगम बस स्टेशन चारों ओर से खुला हुआ है इसकी चारदीवारी टूटी हुई है जिसके कारण और असामाजिक तत्व एवं डग्गामारी वाहन चालक निगम परिसर मे अपने अपने वाहन खड़े कर देते हैं।शासन में परिवहन निगम बस स्टेशन भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ करने से पूर्व उसकी चाहरदिवारी के निर्माण कार्य के लिए सर्वप्रथम 19 लाख रुपए की धनराशि अब मुक्त कर दी तथा कार्यदाई संस्था को निर्माण कार्य तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए।