वीसी में राज्य पुलिस चीफ के कड़े तेवर : सुस्त चाल से बाहर निकलें फील्ड अफसर ! लखनऊ और आगरा जैसी घटनाओं की ना हो पुनरावृति : डीजीपी प्रशांत कुमार
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। सर्वाधिक संवेदनशील सावन के तीसरे सोमवार से पहले डीजीपी प्रशांत कुमार फुल एक्शनमोड में दिखे। फील्ड अफसरों को 18 खास बिन्दुओं पर काफी सख्त दिशा निर्देश देते हुए रविवार को राज्य पुलिस प्रमुख ने दो टूक कहा है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ कतई सहन नहीं होगा। लखनऊ, आगरा जैसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो। जिम्मेदारों से बोले कि जरायम की दुनिया के खलनायकों पर कानूनी चाबुक लेकर ऐसे टूट पड़ो कि प्रदेशभर में उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई व्यापक नजीर बन सके। वीसी के जरिये क्राइम, लॉ एंड ऑर्डर व त्योहारों के बाबत यूपी पुलिस कप्तान ने प्रदेशभर के एडीजी, आईजी,डीआईजी, सीपी, कप्तानों से कहा है कि दुर्दान्त माफिया , पेशेवर अपराधी सलाखों के पीछे हों। ये खुली हवा में सांस ना ले सकें। कई जगहों पर हाल फिलहाल में हुईं घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए डीजीपी ने कहा है कि फील्ड के जिम्मेदार सुस्त चाल से बाहर निकल आयें। हाल ही में जनसुनवाई के वक्त गैर हाजिर कुछ अफसरों को लेकर कड़े तेवर दिखाते हुए यूपी पुलिस चीफ प्रशांत कुमार बोले कि निर्धारित समय पर सभी जिम्मेदार हर हाल में ऑफिस बैठ जन सुनवाई करें। शिकायतें पूरी गंभीरता से सुन उनका निस्तारण करें। जन शिकायतें किसी कीमत पर ना लटकायी जायें। जो घटनाएं, गंभीर मामले अभी लंबित हैं, तत्काल निस्तारित हों। महिलाओं बच्चों संबंधी अपराधों में पूरी संवेदनशीलता के साथ कठोर एक्शन लिया जाए। चेन स्नैचरों, गो तस्करों, माफियाओं, नए माफियाओं, पेशेवर अपराधियों, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए माहौल बिगाड़ने वाले अराजक तत्वों, हत्या लूट डकैती जैसे गंभीर प्रवृत्ति के अपराध करने वाले अपराधियों पर एक्शन हो। वांछित, वारंटी सलाखों के पीछे हों। माफियाओं, अपराधियों की संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई में तेजी लाई जाए। पुलिस बीट प्रणाली और सुदृढ़ करने के साथ ही नियमित पैदल गस्त पर डीजीपी ने जोर दिया। त्रिनेत्र ऐप, ऑपरेशन दृष्टि, ऑपरेशन कन्विक्शन को लेकर दिशा निर्देश दिए। डीजीपी ने जिम्मेदारों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि घटनाओं की शत प्रतिशत एफआईआर हों। गंभीर मामलों में वरिष्ठ अफसर स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण करें। त्योहारों के दृष्टिगत त्यौहार रजिस्टर का अवलोकन जरूर करें। बॉर्डर पर सतर्कता बरतें। खुफिया तंत्र मजबूत करें। हॉटस्पॉट, संवेदनशील स्थानों पर यूपी 112 का मूवमेंट रहे। जन प्रतिनिधियों से बेहतर संवाद हो। पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान कड़े सुरक्षा बंदोबस्त हों। वीसी के दौरान एडीजी एलओ अमिताभ यश, एडीजी रेलवे प्रकाश डी, जीएसओ एन रविंदर, डीआईजी लोक शिकायत रवि शंकर छवि के अलावा अन्य मुख्यालय अफसर मौजूद रहे। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।