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वाह सचिव साहब ! कमाल कर दिये! ज़िंदा वृद्ध महिला को दिखा दिया मृतक !! कहां से सीखे हैं ऐसा हुनर ?

गरीब विधवा खुद को जिंदा साबित करने के लिये काट रही,अधिकारियों के चक्कर

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जे.आई.न्यूज/बदायूं(रिपोर्ट-अमन रस्तोगी):-

कुछ जिम्मेदार लोगों का निकम्मापन व लापरवाही  कब जिंदा व्यक्ति को मृत और मृत व्यक्ति को जिंदा कर दे..? ये भगवान के सिवा कोई नहीं बता सकता।ऐसा ही मिलता जुलता एक मामला सालारपुर ब्लाक क्षेत्र के एक गांव से सामने आया है आरोप है कि सचिव द्वारा एक ज़िंदा विधवा महिला को पेंशन सत्यापन में मृत दिखा दिया जिससे उसकी विधवा पेंशन कट गई ।अब वह पेंशन पाने के लिए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन का सहारा व अधिकारियों से शिकायत कर रही है । लेकिन अभी तक उसकी पेंशन जारी नहीं हुई है ।।अब इसे इन साहब की अयोग्यता कहें या लापरवाही जो कि बिना ही किसी जांच पडताल के इस महिला को कागजों में मृत घोषित कर दिया गया,दरअसल पूरा मामला सालारपुर ब्लाक क्षेत्र के गांव बनगढ़ का है ।बनगढ़ निवासी विधवा मुन्नी देवी पत्नी रघुराज जो वर्तमान में पैरालाइसिस पीड़ित है ।

मुन्नी देवी का कहना है कि वह वर्ष 2013 से विधवा पेंशन ले रही है । लेकिन 2023 से उसको पेंशन नहीं मिली तो वह गांव  में पंचायत घर पर पंचायत सहायक से जानकारी लेने गई ।तो पता चला कि सचिव के पास आई पेंशन सत्यापन लिस्ट में उसको मृतक घोषित कर दिया गया जिससे उसने अपने आपको जब जीवित बताया तो ब्लाक के अधिकारियों में हड़कंप मच गया । और ब्लाक अधिकारी व सचिव अंदरखाने मामले को दबाने में लग गए । ब्लाक से नोटिस जारी कर पंचायत सहायक व सचिव का स्पष्टीकरण मांगा गया ।

जिसमें दोनों ने लीपापोती कर जबाब भी दे दिया । लेकिन स्पष्टीकरण दिए लगभग दो महीने का समय हो चुका है अभी तक उसकी पेंशन जारी नहीं हुई है ।विधवा महिला गरीब असाह महिला है जो परिवार में अकेली रहती है उसके बच्चे भी नहीं है ।उसके पास जीवन यापन करने का कोई दूसरा सहारा नहीं है विधवा पेंशन से ही जीवन का गुजारा करती थी ।

विधवा सदर एसडीएम व मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज करा चुकी है लेकिन उसकी अभी तक पेंशन जारी नहीं हुई है और न ही इन जिम्मेदारों पर कोई कार्यवाही हुई है । पंचायत सहायक मोहनी सिंह ने बताया कि पूरा मामला सचिव आदिल रशीद के समय का है सत्यापन के लिए लिस्ट आई थी मैंने सचिव को सत्यापन करके दिया था ग़लती से महिला मृतक लिख गई थी।

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