ये वर्दी वालों को हो क्या गया है : लखनऊ कांड भूले एक और टीएसआई साहब सस्पेंड ! आम जनता से घनघोर अभद्रता पर गिरी गाज ! हाल फिलहाल ना जाने कितने जिम्मेदारों ने करायी खाकी की फजीहत
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। यूपी में योगी सरकार की पुलिस को ये हो क्या गया है। आखिरकार राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी का अनुपालन न करने के साथ ही खाकी वाले वर्दी की शपथ के मायने ही भूलते जा रहे हैं। लखनऊ के बाद आज यूपी के शाहजहांपुर जिले से गंभीर मामला सामने आया है, जहां टीएसआई ने चेकिंग के नाम पर पब्लिक से घनघोर अभद्रता की। दो मंत्रियों के जिले में टीएसआई को आम जनता से अभद्र व्यवहार करना काफी महंगा पड़ा है। महज दो दिन पहले राजधानी में लखनऊ पुलिस के टीएसआई आशुतोष त्रिपाठी की गुंडई सामने आयी। वाहन चेकिंग के दौरान वास्तविक जिम्मेदारी निभाने के बजाए टीएसआई साहब बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी व उनके परिवार से सरे रोड अभद्रता करने लग गए। रंगबाजी ऐसी कि शब्दों की मर्यादा भी भूल बैठे। मामला सीएम योगी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार तक पहुंचा। पहले टीएसआई साहब लाइन हाजिर हुए। बाद में सस्पेंड कर दिए गए। ये बेलगामी तब है जब कुछ दिनों पहले ही लखनऊ ट्रेफिक पुलिस की घूसखोरी सरेराह पकड़ी गयी थी। डीजीपी के निर्देश पर जेसीपी उपेंद्र अग्रवाल ने घूसखोर टीएसआई समेत कई वर्दी वालों को सस्पेंड किया था। सोमवार को सूबे के शाहजहांपुर जिले में टीएसआई महेश यादव ने चेकिंग के नाम पर जनमानस से बेहद शर्मनाक व्यवहार करते हुए अभद्रता की। मामला पुलिस कप्तान अशोक कुमार मीना के संज्ञान में आया तो उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच कराने के बाद टीएसआई महेश यादव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। टीएसआई के खिलाफ विभागीय जांच बिठा दी है। इन घटनाक्रमों के बीच, हाल ही में कानपुर में तैनात थानेदार दुर्गेश मिश्रा और एसएसआई अमित प्रसाद ने बेटी समान ट्रेनी महिला दारोगा से छेड़छाड़ की कोशिश की। पुलिस आयुक्त जे रविंद्र गौड़ ने दोनों दागी वर्दी धारियों को निलंबित कर दिया। इसी तरह पिछले दिनों महिला सिपाही संग होटल में अय्याशी करते पकड़े गए सीओ कृपा शंकर कन्नौजिया ने महकमे को शर्मसार किया। हालांकि, योगी सरकार ने सीओ साहब को उनकी अय्याशी की सजा सीओ से सिपाही बनाकर दे दी है। बरेली में वर्दी पर इन दिनों जमकर दाग लगे। तीन सीओ के अलावा कई खाकी वालों की करतूत मीडिया की सुर्खियों में रही। प्रदेश के कई इलाकों से एसीओ रिश्वतखोर वर्दी वालों को गिरफ्तार कर चुकी है। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।