सहसवान के सैयद मोहम्मद अदनान बने चिकित्सक तजाकिस्तान से MBBS कर के आये अदनान ने भारत में पास की (FMGE) परीक्षा फॉरेन से पढ़ाई कर आने वाले 20% ही पास कर पाते हैं ये परीक्षा।
बदायूं (जे आई न्यूज़) सहसवान आपको बता दें की सहसवान नगर के मोहल्ला शाहबाजपुर निवासी सैयद अब्दुल मतीन का बेटा सैयद मोहम्मद अदनान सन 2018 में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए तजाकिस्तान गए थे जहां पढ़ाई पूरी करने के बाद वह अपने देश लौटे। और इस परीक्षा में बैठे पहली बार में वो एक नंबर से वह पीछे रह गए लेकिन सेकंड टर्म में उन्होंने सफलता हासिल की। आपको बता दें भारत में विदेश के विश्वविद्यालयों से मेडिकल की डिग्री लेने वाले छात्रों को फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम (FMGE) पास करना जरूरी होता है नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन के आंकड़ों के मुताबिक औसतन करीब 20 फ़ीसदी छात्र ही यह परीक्षा पास कर पाते हैं विदेश से मेडिकल डिग्री हासिल करने वाले छात्रों को भारत में प्रेक्टिस करने के लिए यह परीक्षा पास करना जरूरी है यह परीक्षा एनबीई लेता है यह परीक्षा साल में दो बार होती है आपको बता दें सैयद मोहम्मद अदनान ने यह परीक्षा सेकंड टर्म में पास करके सहसवान का नाम रोशन किया है जानकारी के मुताबिक सहसवान के कई और छात्र विदेश से पढ़ाई पूरी करके आने के बाद से लगातार कई सालों से यह परीक्षा दे रहे हैं लेकिन सफल नहीं होने के कारण डॉक्टर बनने का उनका सपना अभी अधूरा है आपको बता दें डॉक्टर सैयद मोहम्मद अदनान के पिता सैयद अब्दुल मतीन पेशे से एक किसान है जिनके दो बेटे हैं उनके बड़े बेटे सैयद मोहम्मद यासीन ने युनानी मेडिकल कॉलेज कोलकाता से (बी यू एम एस )की पढ़ाई की है जो इस समय दिल्ली में जॉब कर रहे हैं लेकिन उनके छोटे बेटे अदनान का कल शाम जैसे ही(FMGE) परीक्षा का रिजल्ट आया और उसमें पास करने वालों में उनके बेटे का नाम आते ही उनके परिवार में खुशी का माहौल छा गया लोग उन्हें मुबारकबाद देने लगे सैयद अब्दुल मतीन ने कहा कि मुझे खुशी है और मेरे सभी अज़ीज़ रिश्तेदार और यार दोस्तों की दुआओं का सिला है कि मेरे बेटे ने यह परीक्षा पास करके आज मेरा ही नहीं इस नगर सहसवान का नाम रोशन किया है।