भारी लापरवाही पर यूपी के बरेली डीएम रविंद्र कुमार का दो बैंक मैनेजरों पर चला कानूनी हंटर ! जिलाधिकारी के आदेश पर पुलिस ने की बैंक मैनेजरों के खिलाफ एफआईआर, हड़कंप
लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। लापरवाही और भ्रष्टाचार के मामलों में उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के तेवर लगातार कड़क होते जा रहे हैं। सोमवार को डीएम ने कार्यों में घोर लापरवाही को लेकर दो बैंक मैनेजरों पर तत्काल प्रभाव से एफआईआर दर्ज करा दी है। डीएम रविंद्र कुमार के एक्शन मोड से लापरवाह कर्मियों में खासी खलबली मची है। मासिक समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी के संज्ञान में आया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों को बैंकों के स्तर से कैश क्रेडिट लिंकेज यानी सीसीएल स्वीकृति के क्रम में ये पाया गया है कि बैंक ऑफ बड़ौदा कांधरपुर एवं भंडसर के शाखा प्रबंधक इन समूहों को सीसीएल की स्वीकृति में किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं कर रहे हैं। अनावश्यक रूप से समूह की महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। जिसके चलते जिलाधिकारी ने कड़े तेवर दिखाते हुए दोनों शाखा प्रबंधकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। इसी क्रम में कांधरपुर शाखा प्रबंधक बैंक ऑफ बड़ौदा के खिलाफ कैंट थाने में जबकि बैंक ऑफ बड़ौदा के भंडसर शाखा प्रबंधक के खिलाफ थाना हाफिजगंज में सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज हो गई है। कुछ दिनों पहले ही डीएम ने सीएम डैशबोर्ड पर इंटीग्रेटेड विभागों की सेवाओं, योजनाओं व परियोजनाओं में विभिन्न स्तरों के अधिकारियों के माह अक्टूबर में किए गए प्रदर्शन के आधार पर पोर्टल पर उनकी रैंकिंग डी और ई आने से नाराज हो डीएसओ समेत 13 अफसरों का माह नवंबर का वेतन रोक दिया वहीं सीएमओ व जिला आबकारी अधिकारी समेत तीन अफसरों का स्पष्टीकरण तलब किया था। डीएम रविन्द्र कुमार का साफ तौर पर कहना है कि जनहित के कार्यों में लापरवाही बरतने वाले और अनावश्यक रूप से जनहित से जुड़े मामलों को लटकाने वाले अफसरों की किसी कीमत पर खैर नहीं है। ऐसे अफसरों के खिलाफ शासन की जीरो टॉलरेंस की मुहिम के तहत कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।