राम मंदिर आंदोलन में शामिल कारसेवकों ने सुनाई अपने संघर्ष की कहानी
बरेली: राम मंदिर आंदोलन में शामिल हुए कारसेवकों ने सुनाई अपने संघर्ष की कहानी, 5 अगस्त को लेकर गजब का उत्साह। लगभग 27 साल पहले जिला बरेली से राम मंदिर आंदोलन में शामिल बड़ी संख्या में कारसेवकों की गिरफ्तारियां हुई थी। नवाबगंज क्षेत्र के कारसेवकों से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी बताई कैसे उन्हें गिरफ्तार किया गया था। उस समय भाजपा के वरिष्ठ नेता बलदेव राज सूरी पर रासुका लगाई गई थी, डॉक्टर एमपी आर्या, विमला शुक्ला, मुन्ना पांडे, प्रदीप सूरी, प्रेम प्रकाश रस्तोगी, अरविंद शुक्ला, पवन शुक्ला, पिंटू गुप्ता सहित बड़ी संख्या में कारसेवकों ने राम मंदिर आंदोलन में भाग लिया था और गिरफ्तारियां भी हुई थी। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 अगस्त को किया जाएगा, जिसको लेकर कारसेवकों में गजब का उत्साह बना हुआ है ।