डीजी जेल पीसी मीना का यूपी की जेलों में ताबड़तोड़ दौरा जारी ! बाराबंकी जेल में परखीं विभिन्न व्यवस्थायें ! महानिदेशक का महिला बंदियों की सुरक्षा पे खास फोकस

लखनऊ (धर्मेंद्र रस्तोगी/जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)। बेस्ट परफॉर्मेंस से खुश होकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश शासन ने 1991 बैच के सीनियर आईपीएस पीसी मीना को सूबे का डीजी कारागार प्रशासन व सुधार सेवाएं बनाकर कारागार प्रशासन में और बेहतर व्यवस्थाओं की जो अपेक्षा जतायी है, उसके क्रम में नये डीजी जेल पीसी मीना खरा उतरते दिख रहे हैं। जेलों की व्यवस्थाओं का आँखों देखा हाल जानने आईपीएस पीसी मीना का ताबड़तोड़ निरीक्षण अभियान जारी है। शनिवार को मीना ने राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जनपद का रूख किया। डीजी ने जनपद कारागार बाराबंकी का निरीक्षण किया। तमाम व्यवस्थायें चेक करने के दौरान महानिदेशक ने जिला कारागार में संचालित वन जेल वन प्रोडक्ट कार्यक्रम के तहत बंदियों द्वारा बनाये जा रहे जेल उत्पादों की सराहनीय पहल की तारीफ की। औचक निरीक्षण करने पहुंचे डीजी को जेल प्रशासन ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। ड्यूटी पे तैनात जेल कर्मियों से डीजी ने परिचय लिया। महिला सशक्तिकरण एवं महिला सुरक्षा की योगी सरकार की प्राथमिकता को संजीदगी से लेते हुए डीजी जेल ने महिला बैरक का खास तौर पर विजिट किया। डीजी ने महिला बंदियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं जानीं। डीजी मीना सर्किल की विभिन्न बैरकों में पहुंचे। बंदियों से बातचीत कर समस्यायें जानीं। हाल ही में प्रदेश की दो जेलों में बंदियों की मौत होने के बीच जेल अस्पताल का दौरा कर वहाँ उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की महानिदेशक ने समीक्षा की। जिम्मेदारों को निर्देश दिए कि बंदियों के उपचार में किसी भी तरह की शिथिलता नहीं होनी चाहिए। महानिदेशक ने पाकशाला का भी निरीक्षण किया। बंदियों के लिए तैयार किये गए भोजन का डीजी ने खुद स्वाद लिया। भोजन की गुणवत्ता पे डीजी ने साफ कहा है कि इसमें किसी तरह की लापरवाही ना हो। आईपीएस पीसी मीना ने नियंत्रण कक्ष एवं हाई सिक्योरिटी बैरक का भी निरीक्षण किया। डीजी ने सुरक्षा व्यवस्था की गहनता से समीक्षा की। पर्यावरण संरक्षण अभियान को बढ़ावा देते हुए जेल परिसर में डीजी ने पौधारोपण किया। महानिदेशक ने जेल प्रशासन को निर्देशित किया है कि बंदियों के कल्याण, स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं सुधार की दिशा में किसी भी स्तर पे कोई चूक नहीं होनी चाहिए। डीजी जेल के निरीक्षण के दौरान डीआईजी कारागार शैलेंद्र मैत्रेय, जेल अधीक्षक कुंदन कुमार समेत अन्य जिम्मेदार मौजूद रहे। बाराबंकी से पहले डीजी ने अपने ताबड़तोड़ दौरे के तहत नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़ जेलों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थायें परखीं थीं। कई जिम्मेदारों की डीजी ने कुछ बिन्दुओं पे फटकार भी लगायी थी। (जर्नलिस्ट इन्वेस्टीगेशन न्यूज)।